Yamuna Water: दिल्ली में खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना, निचले इलाकों में बचाव अभियान शुरू

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार सुबह से यमुना नदी खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर बह रही है. निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के प्रयास तेज किए जा रहे हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 13, 2022, 03:34 PM IST
  • 2300 लोगों को रेस्क्यू किया गया
  • टेंट-स्कूल में किया जा रहा शिफ्ट
Yamuna Water: दिल्ली में खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना, निचले इलाकों में बचाव अभियान शुरू

नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार सुबह से यमुना नदी खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर बह रही है. निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के प्रयास तेज किए जा रहे हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. 

205.99 मीटर पहुंच गया था जलस्तर
बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने बताया कि सुबह पांच बजे जलस्तर 205.99 मीटर तक पहुंच गया. ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद शुक्रवार शाम करीब चार बजे राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी का जलस्तर 205.33 मीटर के खतरे के निशान को पार कर गया था, जिसके बाद अधिकारियों को निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को वहां से हटाने की प्रक्रिया शुरू करनी पड़ी. 

2300 लोगों को रेस्क्यू किया गया
एक पूर्वानुमान में कहा गया है कि शाम पांच बजे के आसपास जलस्तर के 206 मीटर के निशान को छूने के बाद स्थिर रहने की संभावना है. पूर्वी दिल्ली के जिलाधिकारी अनिल बांका ने कहा कि जिले में निचले इलाकों से करीब 2,300 लोगों को बाहर निकाला गया और शुक्रवार रात तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. उन्होंने कहा कि शनिवार को निकासी प्रयास तेज किये जाएंगे. 

हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी
एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में बाढ़ की चेतावनी तब घोषित की जाती है जब यमुना नगर स्थित हथिनीकुंड बैराज से छोड़े जाने वाले पानी की मात्रा एक लाख क्यूसेक को पार कर जाती है. अधिकारी ने कहा कि इसी के साथ डूब क्षेत्र और बाढ़ संभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाता है. 

जारी की गई थी चेतावनी
बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा बृहस्पतिवार को जारी चेतावनी में सभी सेक्टर अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में निगरानी रखने और नदी तटबंधों के निकट रहने वाले लोगों को चेतावनी देने के लिए आवश्यक संख्या में त्वरित कार्रवाई बलों की तैनाती जैसे संवेदनशील बिंदुओं पर आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी गई थी. 

लोगों को टेंट-स्कूल में किया जा रहा शिफ्ट
निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने 34 नावों और सचल पंप तैनात किये हैं. डूब क्षेत्र और निचले इलाकों से निकाले गए लोगों को अस्थायी संरचनाओं जैसे टेंट और स्कूल जैसे स्थायी भवनों में स्थानांतरित किया जा रहा है.

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