हरियाणा के एक शिक्षक ने महज 896 रुपए से गणित और विज्ञान की लैब तैयार की

हरियाणा में हिसार जिले के एक प्राइमरी टीचर ने इन विज्ञान और गणित पढ़ाने के लिए केवल 896 रुपये आरंभिक तौर पर खर्च करके कूड़े से साइंस और मैथ की लैब तैयार कर दी. वो हिसार जिले के बरवाला एरिया के गांव खरकड़ा के सरकारी स्कूल में पढ़ाते हैं. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 17, 2019, 05:24 PM IST
    • हरियाणा के एक शिक्षक की अनोखी दास्तां
    • कूड़े से बना दी स्कूल लैब
    • बच्चे स्कूल आने के लिए रहते हैं बेचैन
हरियाणा के एक शिक्षक ने महज 896 रुपए से गणित और विज्ञान की लैब तैयार की

हिसार: यहां के प्राइमरी स्कूल के जेबीटी टीचर राजकुमार गुंदली के पढ़ाने का तरीका हमेशा से चर्चा में रहा है. उन्होंने अपने सीमित संसाधनों से ही एक सरकारी स्कूल को ऐसा बना डाला, जो अब कान्वेंट स्कूलों को टक्कर देता है.  राजकुमार गुदंली ने 896 रुपये खर्च करके अपने दम पर स्कूल में साइंस लैब तैयार कर दी है. उनकी लैब में सौर मंडल से लेकर आयतन, वर्ग के मॉडल के साथ-साथ मैथ जैसे जटिल विषयों को रोचक तरीके से पढ़ाया जाता है.  यही नहीं राजकुमार गुंदली ने 60 से 70 रुपये खर्च करके स्कूल में मैगनिफाइंग लैंस का इस्तेमाल कर छोटा टीवी भी बनाया है, जो मोबाइल के जरिये चलता है. 

स्कूल में बहा दी नदी
हिसार के शिक्षक राजकुमार गुदंली ने बताया कि वो बच्चों को पढ़ाने के लिए पारंपरिक तरीका नहीं आजमाते हैं बल्कि बच्चों को प्रेक्टिकली वर्क करवाना पंसद करते है.  उन्होंने बच्चों को नदियों का नाम याद करवाने का भी एक प्रैक्टिकल तरीका निकाला है. 
राजकुमार ने स्कूल में जमीन पर ही भारत का एक बड़ा मैप बनाया है, इस मैप पर हुबहू नदियों की तरह ही पानी बहता है. जिससे कि पहली से पांचवी तक के बच्चों को राज्य के साथ-साथ नदियों के नाम और राज्यों के आकार और लोकेशन के बारे में भी आसानी से पता चल सके. 

दूसरे शिक्षक भी ले रहे हैं सीख 
राजकुमार गुंदली के प्रयासों से उनके साथी शिक्षक भी सीख ले रहे हैं. उनका कहना है कि अगर बाजार से साइंस का एक मॉडल भी खरीदना पड़ जाएं तो उस अकेले की कीमत 1000 रुपये हो जाती है, लेकिन राजकुमार ने स्कूल में एक दो नहीं, बल्कि दो दर्जन से ज्यादा मॉडल बनाकर रख दिए है.  अब बच्चे खुद स्कूल आने के लिए लालायित रहते हैं. 

इस बारे में गवर्नमेंट हाई स्कूल खरकड़ा के प्रिंसिपल कुलभूषण आहुजा ने बताया कि स्कूल की लैब वास्तव में रोचक है. इससे बच्चे अब प्रैक्टिकली हर चीज समझ सकते है. 

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