नई दिल्ली: जेएनयू के वामपंथी अराजकतावादियों का साथ अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को बेहद भारी पड़ रहा है. दीपिका का हुल्लड़बाज, हिंसक और झूठे लेफ्ट कार्यकर्ताओं के साथ खड़े होना देश की जनता को रास नहीं आ रहा है. इसलिए आशंका है कि फिल्म छपाक के बाद दीपिका पादुकोण जिन उत्पादों का विज्ञापन करती हैं उनका भी बहिष्कार किया जा सकता है. इस आशंका से कंपनियां सहम गई हैं.
दीपिका के विज्ञापन कंपनियों ने रोके
एक मीडिया संस्थान के हवाले से ये खबर आ रही है कि दीपिका पादुकोण के तेवरों से कंपनियां इतना घबरा गई हैं कि उन्होंने उन विज्ञापनों को कम दिखाने का फैसला किया है, जिसमें दीपिका दिखाई दे रही हों. यही नहीं कुछ कंपनियों ने तो दो हफ्ते के लिए दीपिका के विज्ञापनों को रोक भी लिया है.
हालांकि इन कंपनियों के नाम का खुलासा अभी नहीं किया गया है. लेकिन दीपिका पादुकोण के विज्ञापनों पर रोक लगाने वाली यह सभी बड़ी कंपनियां ही हैं.
अपने कांट्रेक्ट में नई शर्तें जोड़ सकती हैं कंपनियां
मीडिया और पीआर एजेन्सियों के हवाले से खबर आ रही है कि कई फेमस सेलिब्रिटीज का ब्रांड प्रमोशन हैंडल करने वाली कंपनियां आने वाले समय में विज्ञापनों के करारों में नई शर्तें जोड़ सकती हैं.
खबर है कि इन नई शर्तों में किसी सिलेब्रिटी के राजनीतिक रुख तय करने से प्रशासनिक और जनता की नाराज हो सकने वाले जोखिम से संबंधित शर्तें भी होंगी.
कई बड़ी कंपनियों के प्रमोशन का काम संभालने वाली एक कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक 'कंपनियां आम तौर पर किसी तरह के विवाद से बचना चाहती हैं. क्योंकि उनके ग्राहकों में सभी विचारधारा और सोच वाले लोग होते हैं. इसलिए सामान्य तौर पर ब्रांड सुरक्षित दांव चलते हैं.'
कई बड़े उत्पादों का विज्ञापन करती हैं दीपिका
दीपिका पादुकोण ब्रिटानिया के गुड-डे बिस्किट , लॉरियल, तनिष्क ज्वेलर्स, विस्तारा एयरलाइंस और एक्सिस बैंक जैसे देश के लगभग 23 प्रीमियम प्रोडक्ट्स का विज्ञापन करती हैं. लेकिन अब ये कंपनियां घबरा गई हैं. क्योंकि दीपिका के अराजक तत्वों के साथ खड़े होने से इन कंपनियों की छवि पर असर दिखाई पड़ रहा है.
दीपिका पादुकोण जिस लक्स साबुन का विज्ञापन करती हैं. उसके खिलाफ 'दीपिका हटाओ लक्स बचाओ' का कैंपेन भी शुरु हो गया है. इस तरह की घटनाओं से दीपिका को लेने के देने पड़ सकते हैं.
बेहद महंगी भी हैं दीपिका
दीपिका पादुकोण बॉलीवुड की बड़ी सेलिब्रिटी हैं. वह एक विज्ञापन के 8 करोड़ तक लेती हैं. उनकी नेटवर्थ 103 करोड़ रुपए की है. ऐसे में कंपनियां जिस सेलिब्रिटी को इतने ज्यादा पैसे देकर अपने ब्रांड को प्रमोट करने के लिए हायर करती हैं. वह कतई नहीं चाहेंगी कि उस सेलिब्रिटी की निजी पसंद-नापसंद या राजनीतिक विचारधारा की वजह से उन्हें कोई नुकसान हो जाए.
लेकिन दीपिका पादुकोण ने अराजकतावादियों का समर्थन करके देश के बहुसंख्यक लोगों को चिढ़ाने का काम किया है. ऐसे में उनसे विज्ञापन कराने में कंपनियों का भयभीत होना स्वाभाविक है.
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