मुंबई: अब मुंबई के बीचों बीच समुद्र के किनारे विशाल चक्र(पहिए) का निर्माण किए जाने की योजना है. जिसके जरिए पूरे मुंबई को एक साथ देखना संभव हो सकेगा.
पर्यटन बढ़ाने के लिए कदम
मुंबई के बंद्रा वर्ली सी लिंक के पास 'मुंबई आई' बनाने का फैसला महाराष्ट्र सरकार ने किया है. इस 'मुंबई आई' का निर्माण महाराष्ट्र सरकार की ओर से मुंबई मेट्रोपोलिटन रिजनल डेवलपमेन्ट अथॉरिटी(MMRDA) से कराए जाने का प्रस्ताव रखा गया है. महाराष्ट्र के कई हिस्सों में पर्यटन के विकास के लिए मुंबई में भी विश्व स्तर के ऐसे प्रतीक बनाए जाएँगे.
यहां बनेगा 'मुंबई आई'
'मुंबई आई' के लिए वर्ली में सी लिंक के इलाके में स्थान का चयन किया गया है. मुंबई आई से दक्षिण मुंबई के कई इलाके दिखाई दिए जाएंगे. इस 'मुंबई आई' से दक्षिण मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक, महालक्ष्मी मंदिर, अंबेडकर समाधि स्थल, सहित हाजी अली जैसे कई महत्वपूर्ण इलाके दिखाई देंगे.
प्रोजेक्ट खर्च अभी तय नहीं
मुंबई के कई पर्यटन स्थलों में नया बनने वाला 'मुंबई आई' सबसे अहम होगा. हालांकि इस प्रोजेक्ट पर खर्च को लेकर अभी अनिश्चितता बनी हुई है. इस 'मुंबई आई' से पर्यटन में भी काफी इजाफा होने की संभावना है. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने इस नए घोषणा के साथ ये कहा है कि मुंबई को ये नया तोहफा जल्द ही मिल सकेगा.
साथ ही इसके साथ अंबेडकर स्मारक का निर्माण और दूसरे पर्यटन को बढावा देने के लिए स्थलों का विकास किया जाएगा.
लंदन आई से मिली 'मुंबई आई' की प्रेरणा
'मुंबई आई' बनाने की प्रेरणा विश्वप्रसिद्ध लंदन आई से लिया गया है. 435 फीट उंचे लंदन आई का निर्माण साल 1999 में किया गया था. इस पर्यटन स्थल पर तकरीबन 30 लाख लोग हर साल भ्रमण करने आते हैं. इस पहिए के उपरी छोर से लंदन को अधिकांश हिस्से दिखाई देते हैं. इस लंदन आई से सालाना तकरीबन 70 मिलियन पाउंड की आय होती है. टेम्स नदी के किनारे पर बनाया गए लंदन आई के तर्ज पर विश्व के कई हिस्सों में भी इस तरह के प्रारूप बनाए गए हैं.
'मुंबई आई' से बाकी मुंबई में पर्यटन का विकास कितना हो पाएगा ये तो वक्त के साथ ही पता चलेगा. लेकिन 'मुंबई आई' से मुंबई दर्शन करने वाले लोग जरुर आएंगे.