चीन-पाकिस्तान के छक्के छुड़ाने आ रही हैं 72 हजार असाल्ट राइफलें

आतंकी पाकिस्तान और विस्तारवादी चीन के मंसूबों को नाकाम करने के लिये अमेरिका की बनीं असाल्ट राइफलें भारत आ रही हैं. अब भारत कदापि बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है..  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 13, 2020, 07:19 AM IST
    • आ रही हैं एसआईजी 716 असॉल्ट रायफल्स
    • रायफलों के दो खेप के ऑर्डर दिये
    • क्लोज़ और लांग कांबैट के लिये अचूक
चीन-पाकिस्तान के छक्के छुड़ाने आ रही हैं 72 हजार असाल्ट राइफलें

नई दिल्ली. एक काम तो चीन ने अच्छा कर दिया. सीमा पर आने की उसकी गुस्ताखी से भारत चौकन्ना हो गया और दोस्त की नकाब के पीछे दुश्मन को पहचान गया. राष्ट्रवादी मोदी सरकार पर इसकी प्रतिक्रिया इतनी जबर्दस्त हुई कि भारत ने अपनी सेना और अपने सैनिक साजो-सामान की तैयारी बहुत व्यापक स्तर पर कर ली. अब चीन क्या, दुनिया का कोई भी देश भारत को घूरने की जुर्रत नहीं करने वाला.

 

आ रही हैं SIG 716 असॉल्ट रायफल्स

भारतीय सेना को मजबूत करने आ रही हैं अमेरिका की  एसआईजी 716 असॉल्ट रायफल्स. ये 72 हजार असॉल्ट अमेरिकी राइफलें सिर्फ सीमा पर तैनात भारतीय सेना के जवानों के हाथों में होंगी  जो सीमा पर आकर बदमिजाजी करने वाले दुश्मनों को जमीन्दोज करने का बीड़ा उठायेंगी.

रायफलों के दो खेप के ऑर्डर दिये

भारत अब राष्ट्र की सुरक्षा के साथ किसी तरह का समझौता नहीं करने वाला. हम शांतिदूत अवश्य हैं किन्तु हमारी शांति भंग करने वाले शत्रुओं के लिये हम यमदूत भी हैं. इसी बात को ध्यान में रख कर अचूक और अभेद असाल्ट रायफलों की दो खेप मंगाई जा रही है. पहली खेप की बहत्तर हजार रायफल्स बहुत जल्दी भारत पहुंचने वाली है जबकि दूसरी खेप का ऑर्डर भी दे दिया गया है.

क्लोज़ और लांग कॉम्बैट के लिये अचूक

अमेरिका में बनी ये एसआईजी 716 असॉल्ट राइफल्स क्लोज कांबैट हो या लॉन्ग काम्बैट - दोनो ही स्थितियों में दुश्मन की फौज के छक्के छुड़ाने में कामयाब हैं क्योंकि ये रायफल्स आधुनिकतम तकनीक से लैस हैं. इन रायफलों को सीमा के जवानों के अतिरिक्त आतंकरोधी मिशन पर काम कर रहे जवान भी इस्तेमाल करेंगे. भारत को इन रायफलों की सप्लाई अमेरिका की हथियार बनाने वाली कंपनी सिग सॉयर करने वाली है.

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