राजस्थान के SMS अस्पताल ने रचा इतिहास, सफल हुआ पहला हार्ट ट्रांसप्लांट

राजस्थान के SMS अस्पताल ने इतिहास रच दिया है. प्रदेश में सरकारी क्षेत्र का पहला हार्ट ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक हुआ. 10 जनवरी को सड़क हादसे में ब्रेनडेड अवस्था में पहुंच चुके मरीज का हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 18, 2020, 11:56 PM IST
    • राजस्थान के SMS अस्पताल ने रचा इतिहास
    • सड़क दुर्घटना में घायल हुआ था मरीज
    • सफल हुआ पहला हार्ट ट्रांसप्लांट
    • लीवर का निम्स अस्पताल में हुआ ट्रांसप्लांट
राजस्थान के SMS अस्पताल ने रचा इतिहास, सफल हुआ पहला हार्ट ट्रांसप्लांट

जयपुर: राजस्थान प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल SMS अस्पताल के चिकित्सकों ने इतिहास बनाते हुए सरकारी क्षेत्र में अस्पताल का पहला हार्ट ट्रांसप्लांट कर दिया. लंबे समय से सरकारी क्षेत्र में हार्ट ट्रांसप्लांट का सरकार को इंतजार था. सीएम अशोक गहलोत और स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने SMS अस्पताल की पूरी टीम को इस उपलब्धि पर बधाई दी.

सड़क दुर्घटना में घायल हुआ था मरीज

सड़क दुर्घटना में राजसमंद में एक युवक घायल हो गया था. 10 जनवरी को अस्पताल में ब्रेनडेड केस सांवरलाल जिसकी उम्र 25 वर्ष है वो अस्पताल पहुंचा था. परिवार ने सहमति दी जिसके बाद गुरुवार की सुबह प्रदेश का पहला सरकारी क्षेत्र में हार्ट ट्रांसप्लांट हो सका. इस सरकारी अस्पताल में राजसमंद जिले के शख्स ने अंगदान के जरिए दुनिया से जाते-जाते चार लोगों को जीवनदान दिया. इनमें से एक अंग यानी हृदय (हार्ट) एसएमएस अस्पताल में ही ट्रांसप्लान्ट किया गया. 

एक शख्स ने बचाई 4 जिंदगियां

सवाई मानसिंह अस्पताल में बुधवार रात 12 बजे एक व्यक्ति को ब्रेनडेड घोषित होने के बाद उसके परिजनों ने अंगदान का फैसला लिया और अंग प्रत्यारोपण की प्रक्रिया शुरू हुई. व्यक्ति का हार्ट, दोनों किडनी और लीवर लेकर लिए अन्य मरीजों को जीवनदान देने का काम आगे बढ़ाया गया.

लीवर निम्स अस्पताल में हुआ ट्रांसप्लांट

जानकारी के अनुसार दोनों किडनी एसएमएस अस्पताल में ही जरूरतमंदों को लगाई गईं. जबकि लीवर को निम्स अस्पताल में प्रत्यारोपित किया गया है. एसएमएस अस्पताल में ही हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया. जिस मरीज के हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया है वह अभी डॉक्टर्स की मॉनिटरिंग में बताया जा रहा है. शुरुआती रिपोर्ट में प्रत्यारोपण सफल रहा है.

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