नई दिल्लीः हम आपके लिए लाए हैं इस मौके पर एक खास Love Letter. इसे अनंत और अनाया ने एक-दूसरे के लिए लिखा है और अपने प्यार को बड़ी ही खूबसूरती से जाहिर किया है. आप भी कुछ इस तरह अपने प्यार से अपने दिल की बात कह सकते हैं.
Hi अनाया,
ये थोड़ा अजीब और अलग सा लग रहा है जो मैं कर रहा हूं. But believe me ये अलग सा अहसास उससे आगे कुछ भी नहीं जो मैं तुमसे मिलने के बाद Feel कर रहा हूं. हमारा मिलना भले ही तुम्हारी सीनियर्स के प्रैंक की वजह से हुआ हो, लेकिन इसके बाद से मैं Luck Factor पर यकीन सा करने लगा हूं. मैं पिछले हफ्ते से अब तक कुछ बोल नहीं पाया और तुम्हारे सामने आने में भी मेरी... क्या कहूं? पता नहीं. मैं कुछ बहुत अच्छी हिंदी नहीं लिख पाता (पता है मुझे तुम्हारे पापा हिंदी के प्रोफेसर हैं) न ही बहुत बोल पाऊंगा, लेकिन इतना कहता हूं कि आजकल मैं अकेले में अपना एक हाथ गाल पर ही रखे बैठा रहता हूं.
अच्छा ये बताओ अनाया.. तुम्हारी सीनियर ने मुझे जोर से थप्पड़ मारने को कहा था, तुम तो मुझे जानती भी नहीं थी, फिर क्यों बस हल्का ही हाथ लगाया? मैंने तुम्हारी आंखें देख ली थीं उस दिन. कल भी जब तुम मेरे सामने आई तो मुझे लगा कि कुछ कहना चाहती हो, मैं भी बोलना चाहता था, लेकिन तुम विकास से क्वांटम फिजिक्स की बुक मांगकर चली गई. अच्छा हुआ कि वो लाया नहीं था. Luck Again, अब तुम्हारे पास मेरी Book है और हाथ में मेरा Letter. अब ज्यादा कुछ नहीं बोल पाऊंगा. बस जो फील करता हूं वो कह रहा हूं...
I Love You. वैसे मैं Sure हूं कि तुम भी ऐसा ही Feel करती हो. लेकिन जो भी हो बताना जरूर. Bye..
अनंत
Hey अनंत,
तुम पूरे पागल हो. हां, उस दिन सीनियर्स मजाक के मूड में थीं और हम लोगों की रैगिंग हो रही थी. मैं तुम्हें थप्पड़ तो बिल्कुल नहीं मारना चाहती थी और ये भी नहीं चाहती थी कि कोई और तुम्हारे गाल पर हाथ लगाए. मुझे हंसी आ रही है. तुम Duffer हो क्या, किसने बोला, मैं तुम्हें नहीं जानती. 6 Month हो चुके हैं हमें कॉलेज में. वैसे तुम मुझे तब बिल्कुल अच्छे नहीं लगते जब तुम मेरे ग्रुप के सामने जेंटलमैन बनते हो. चुपचाप आकर, चुपचाप निकल जाते हो, लेकिन मुझे तब ज्यादा पसंद आते हो. जब तुम बोलिंग कराते हुए विकेट चटकाते हो और दोनों हाथ ऊपर उठाकर ग्राउंड में दौड़ लगा देते हो. तब तुम जमाने की नहीं अपनी जीत की परवाह करते हो. तुम्हारा चेहरा देखने लायक हो जाता है.
How Cute. अब इस चेहरे को मैं चोट कैसे लगने देती? इसलिए मैं खुद ही तुम्हें मारने के लिए आगे बढ़ी. I was very sad. So sorry. लेकिन मेरे हाथ से भी तुम्हारे गालों को छूने की फीलिंग नहीं जा रही है. कल मैं तुमसे Sorry बोलने ही आ रही थी, लेकिन तुम अपने Group के साथ थे इसलिए विकास से Book मांगी थी. देखो, मेरे पापा हिंदी के प्रोफेसर हैं, मैं नहीं. मैं भी तुम्हारे ही जैसी हूं... हां तुम्हारे जैसी.. शायद तुम्हारे... इससे ज्यादा नहीं बोल पाऊंगी... शायद मिल कर बोल पाऊं.. मैं Bye नहीं बोलना चाहती.
अनाया