नई दिल्लीः कोरोना संकट के बीच राजस्थान, सियासी संकट से गुजर रहा है. हालात यह हैं कि इस वक्त इस राज्य की राजनीतिक जमीन रेतीली हो चली है और खिसकती जा रही है. सीएम गहलोत सरकार और अभी तक डिप्टी सीएम की कुर्सी पर काबिज रहे सचिन पायलट के बीच की तकरार नए सियासी समीकरण की ओर जा रही है. कांग्रेस में उपजे इस संकट के बीच ट्विटर भी केंद्र में है.
सियासी खींचतान और ट्विटर
दरअसल सोशल मीडिया अपनी भावनाओं को जाहिर करने का सबसे मौजूं मंच बना हुआ है. जैसे ब्वायफ्रेंड से रूठने पर गर्लफ्रेंड वाट्सऐप की डीपी हटा देती है. पति से रूठी पत्नी फेसबुक लॉक कर देती है और महबूबा से भन्नाया हुआ आशिक रिलेशनशिप कॉम्पिलीकेटेड का स्टेटस अपडेट कर के सुकून का अहसास करता है, ठीक यही नीति सियासी हलकों में भी अपनाई जाती रही है.
बल्कि इस नीति का लाभ उठाने का सुकून कांग्रेसियों के हिस्से कुछ अधिक ही आया है.
इतनी सारी भूमिकाओं के पीछे वजह है कि बगावत की बागडोर पकड़ कर उड़े रहे पायलट का ट्विटर हैंडल. मंगलवार को वहां सबकुछ तो लिखा दिख रहा था, बस बायो में से कांग्रेस लिखा गायब था. उन्होंने खुद भी डिप्टी सीएम पद हटा दिया है और कांग्रेस पर रबर चला दी है.
अब वहां सिर्फ इतना लिखा है- टोंक से विधायक, आईटी, दूरसंचार और कॉर्पोरेट मामलों के पूर्व मंत्री, भारत सरकार. कमीशन अधिकारी, प्रादेशिक सेना. इसके घंटे भर बाद अपडेट आया कि सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं.
बागी विधायक अदिति ने भी बदला बायो
हाल के दिनों को देखें तो कांग्रेस के साथ 'इन अ ओपन रिलेशनशिप स्टेटस' तोड़कर टोटली कॉम्पलिकेटेड रिलेशनशिप के कई मामले सामने आए हैं. दो ताजा मामलों की ओर ध्यान दिला दें तो अदिति सिंह जो कि रायबरेली विधायक हैं, उन्होंने अपना बायो बदलते हुए INC हटा दिया था. इसके बाद उनसे उनका ब्लू टिक छिन गया था.
ट्विटर पर हर घंटे चैं चैं-पें पें करने वाले ब्लू टिक की महत्ता से ठीकठाक परिचित हैं. मतलब ये गया तो सब गया वाला मामला है यहां. खैर बागी सिंह ठहरीं अदिति ने लॉकडाउन में कांग्रेस की यूपी में बस भेजने वाली राजनीति पर उंगली उठाई थी. सीधे-सीधे प्रियंका वाड्रा पर ट्रिगर दबा दिया था. बस कार्रवाई हुई और फिर अदिति ने बायो से कांग्रेस हटा दिया.
सिधिया भी बायो से कांग्रेस हटाकर भाजपा में आए थे
ज्योतिरादित्य सिंधिया की कहानी तो याद ही है. 2020 की इस होली का समय था. सारा देश रंग खेलने में व्यस्त था तो कमलनाथ को चूना लग गया. मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिर गई और ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में आ गए.
शिवराज सिंह चौहान दोबारा सीएम बने और इससे ठीक पहले एमपी के 'महाराज' ने ट्विटर बायो से कांग्रेस हटा लिया. हालांकि सिंधिया ने अपना बायो नवम्बर 2019 में ही बदल लिया था, लेकिन तब उन्होंने कांग्रेस छोड़ने की बातों को अफवाह बताया था
सचिन पायलट ने भी बायो से कांग्रेस हटाया है, देखते हैं उनके इस कॉम्पिलिकेटेड रिलेशनशिप का अगला पड़ाव क्या है.
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