अयोध्याः अयोध्या में मंदिर निर्माण की जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. भूमि पूजन के बाद इसमें काफी तेजी भी आई है. मंदिर के निर्माण में भव्यता का ध्यान तो रखा ही जा रहा है, साथ ही ऐसी भी बारीकियों पर ध्यान दिया जा रहा है, जो कि मंदिर की प्रसिद्धि में रोचक तथ्यों के तौर पर जाना जाए. देवालय के पंच विधान में घंटे का विशेष महत्व है और कई बलिदानों के बाद बन रहे श्रीराम के पवित्र मंदिर का घंटा भी दिव्य होगा.
जानकारी के मुताबिक, राम जन्मभूमि परिसर में रामलला के अस्थाई मंदिर के लिए एक अनोखा घंटा बुधवार को भेंट किया गया. इसकी खास बात है कि घंटे की आवाज 10 किलोमीटर तक सुनाई देगी. इसके साथ ही इस घंटे के एक बार बजने पर 'ॐ' की आवाज निकलेगी. तमिलनाडु रामेश्वरम से 613 किलो वजन का कांस्य से बना यह विशेष घंटा राम रथ यात्रा से 4500 किलोमीटर की यात्रा करके मंगलवार को अयोध्या पहुंचा है.
राजलक्ष्मी माडा रामरथ चला कर लाई हैं घंटा
सामने आया है कि भगवान श्रीराम को यह विशेष घंटा तमिलनाडु की लीगल राइट काउंसिल की ओर से बुधवार को भेंट किया गया. वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुकी बुलेट रानी के नाम से प्रसिद्ध राजलक्ष्मी माडा रामरथ चला कर घंटे को लकर अयोध्या पहुंची हैं.
तमिलनाडु निवासी राजलक्ष्मी मांडा विश्व में दूसरी महिला हैं जिन्होंने 9.5 टन वजन खींचने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. रामराम रथ में जहां एक ओर कांस्य से बना 613 किलो वजनी विशेष घंटा रखा गया है, वहीं भगवान श्रीराम, मां सीता, लक्ष्मण, हनुमान जी के साथ गणपति की कांस्य से बनी प्रतिमाएं रख कर लाई गई हैं.
राम मंदिर ट्रस्ट को किया भेंट
बुधवार सुबह रामलला को रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय में घंटा भेंट किया गया. राम रथ यात्रा 17 सितंबर से चलकर तमिलनाडु से अयोध्या के बीच में 10 राज्यों से होकर गुजरी.
राज लक्ष्मी के मुताबिक जगह-जगह इस घंटा और भगवान श्री राम, लक्ष्मण, सीता, हनुमान और गणेश की मूर्ति का पूजन किया गया. राम रथ यात्रा में कुल 18 लोग तमिलनाडु से अयोध्या पहुंचे हैं.
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