बीजिंग: चीन की राजधानी बीजिंग में होने वाले शीतकालीन ओलंपिक में कोरोना से बचाव के लिए आयोजकों ने अनोखा प्लान बनाया है. ओमिक्रोन संकट के बीच बीजिंग में शीतकालीन ओलंपिक खेलों का आयोजन किया जा रहा है.
खिलाड़ियों पर बायो बबल में होगी और सख्ती
बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक समिति के मुताबिक खिलाड़ी जिन चीजों का प्रयोग करेंगे, उन्हें भी बाहर नहीं ले जाया जा सकता है. खिलाड़ियों द्वारा प्रयोग कए गए कचरे को भी बबल में ही रखा जाएगा ताकि बबल के भीतर कोरोना संक्रमण की स्थिति न बने.
खेलों के आयोजकों ने खिलाड़ियों और बाहरी दुनिया के बीच संपर्क नहीं रखने की कवायद में उनका कचरा भी बायो बबल में ही रखने का प्रबंध किया है.
एक टीम अलग से करेगी सख्ती
अधिकारियों ने कहा कि विशेष कर्मचारियों की एक टीम को जिम्मा सौंपा जायेगा जो बबल के भीतर ही कचरा इकट्ठा करके ट्रांसफर करेगी ताकि बबल के भीतर कोरोना संक्रमण पहुंचने का कोई जरिया नहीं रहे. ये खेल चार फरवरी से शुरू होंगे.
ओलंपिक खेल गांव में नियोजन और संचालन प्रभारी मा बोयांग ने कहा कि कचरा अस्थायी संग्रहण स्थल पर रहेगा जिसे बाद में अन्यत्र भेजा जायेगा. ओमीक्रोन वैरिएंट के प्रसार के बीच खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर चिंतायें फिर पैदा हो गई है. आयोजन समिति के प्रवक्ता यान जियारोंग ने कहा कि स्वास्थ्य अधिकारी हालात पर नजर रखे हुए हैं हालांकि उन्होंने कहा कि मौजूदा सुरक्षा उपाय कड़े वैज्ञानिक मूल्यांकनों से गुजरे हैं और काफी प्रभावी रहे हैं.
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4 फरवरी से बीजिंग में शीतकालीन ओलंपिक
उल्लेखनीय है कि बीजिंग में अगले साल 4 फरवरी से शीतकालीन ओलंपिक खेलों का आयोजन होगा जो 20 फरवरी को खत्म होंगे. कोरोना महामारी के चलते पहले ही ओलंपिक खेलों को एक साल स्थगित करना पड़ा था. अब दुनिया पर ओमिक्रोन वैरिएंट का खतरा भी बढ़ गया है. ऐसे में खिलाड़ियों और आयोजकों का अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ रही है.
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