नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में भारत को करारी हार मिली. इसके बाद से टीम को लेकर सवाल उठने लगे हैं. खासकर वनडे सीरीज में गेंदबाजों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा. स्पिन गेंदबाजी में भारतीय बॉलरों से अधिक सफल दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर रहे. इसके बाद से खासकर अश्विन के वनडे भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
पूर्व क्रिकेटर और दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारत के स्पिनर्स वनडे क्रिकेट में बीच के ओवरों में बेहतर नहीं कर पा रहे हैं. बता दें कि पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज अश्विन ने हरभजन सिंह के टेस्ट क्रिकेट में 417 विकेट लेने का रिकॉर्ड तोड़ा था.
'अश्विन का विकल्प तलाश करे भारत'
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि इन दो लोगों (ईशांत शर्मा और अश्विन) ने टीम इंडिया के लिए वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया है, चाहे आप टेस्ट क्रिकेट की बात करें या वनडे की. आर अश्विन के लिए पूरे सम्मान के साथ, मुझे लगता है कि वह एक चैंपियन गेंदबाज है, लेकिन वनडे क्रिकेट में, अब समय आ गया है कि भारत एक विकल्प की तलाश करे, जो और ज्यादा बेहतर कर सके ."
कुलदीप यादव को वापस लाने की दी सलाह
उन्होंने आगे कहा कि 50 ओवर प्रारूप में आर अश्विन से आगे देखने और युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव के संयोजन को वापस लाने का समय है. जिन्हें 'कुलचा' (कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल) के नाम से जाना जाता है.
दरअसल, हाल ही में समाप्त हुई तीन मैचों की वनडे सीरीज में भारत को 0-3 से हार का सामना करना पड़ा, ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की तुलना में दक्षिण अफ्रीका के स्पिनरों, तबरेज शम्सी, केशव महाराज और अंशकालिक एडेन मार्करम की तिकड़ी ने ज्यादा विकेट लिए.
अश्विन ने लिए सिर्फ एक विकेट
2017 के बाद पहली बार वनडे टीम में वापसी करने वाले 35 वर्षीय अश्विन ने दो मैचों में केवल एक विकेट लिया. वहीं तीसरे मैच में उनकी जगह जयंत यादव को टीम में शामिल किया गया. दूसरी ओर, युजवेंद्र चहल ने भी केवल दो विकेट चटकाए.
'चहल को आजमाने में बुराई नहीं'
भारत के पूर्व ऑफ स्पिनर को लगता है कि अश्विन और युजवेंद्र चहल दोनों ने दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों के खिलाफ रक्षात्मक रुख अपनाया और कहा कि चहल और कुलदीप को फिर से वनडे में आजमाने में कोई बुराई नहीं है, जो 2019 विश्व कप के बाद से एक साथ नहीं खेले हैं.
उन्होंने कहा, "कुलदीप यादव जैसा कोई खिलाड़ी एक अच्छा विकल्प हो सकता है. हम 'कुलचा' संयोजन पर वापस क्यों नहीं जाते और देखते हैं कि वे तालिका में क्या ला सकते हैं? उन्होंने भारत के लिए कई मैच जीते हैं. उनके पास वापस जाना अच्छी बात होगी."
'दक्षिण अफ्रीका सीरीज में रक्षात्मक थे अश्विन'
उन्होंने कहा, "आर अश्विन और चहल दक्षिण अफ्रीका सीरीज में खेले. उन्होंने गेंद के साथ बहुत अधिक अवसर नहीं बनाए, वे अपने दृष्टिकोण से थोड़े रक्षात्मक थे. कई बार वे एक और स्लिप लगाकर विपक्ष पर हमला कर सकते थे, लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिला."
हरभजन ने स्वीकार किया कि दक्षिण अफ्रीका सीरीज में पिच स्पिन के अनुकूल नहीं थी, लेकिन उनका मानना है कि गेंदबाजों को बीच के ओवरों में विकेट लेने के लिए अवसर पैदा करने की जरूरत है.
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