नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने एक समिति का गठन किया है जो इस साल के दाखिले के आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद अगले साल प्रवेश प्रक्रिया के लिए सिफारिशें देगी.
केरल के छात्रों को ध्यान में रखकर बनाई गई समिति
समिति का गठन बड़ी संख्या में छात्रों, विशेष रूप से शत-प्रतिशत अंक हासिल करने वाले केरल के उन छात्रों को ध्यान में रखकर किया गया है, जो डीयू में दाखिला ले रहे हैं.
समिति का गठन पिछले महीने किया गया था और यह पहले ही दो बैठकें कर चुकी है. अगले महीने तक इसके रिपोर्ट सौंपने की संभावना है. समिति के अध्यक्ष डीन (परीक्षा) डीएस रावत हैं.
DU पर राज्य बोर्डों के प्रति पक्षपात लगा था आरोप
रावत ने मीडिया से कहा, ''समिति का काम दाखिले से संबंधित आंकड़ों और रुझानों का विश्लेषण कर उसके आधार पर अगले साल की प्रवेश प्रक्रिया के लिए सिफारिशें देना है.''
पिछले महीने, डीयू ने राज्य के बोर्डों के प्रति पक्षपात के आरोपों को खारिज कर दिया था और कहा था कि विश्वविद्यालय ''न केवल भारतीय राज्यों से बल्कि विदेशों से आने वाले सभी मेधावी उम्मीदवारों के प्रति भी समानता'' रखता है.
पहली कट ऑफ लिस्ट में केरल राज्य बोर्ड से बड़ी संख्या में छात्रों को विश्वविद्यालय में प्रवेश मिल रहा है. डीयू द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, पहली कट-ऑफ सूची में केरल उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के 4,824 आवेदक थे और उनमें से अधिकांश ने पर्याप्त अंक प्राप्त किए थे.
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