नोएडा. अभिभावक चाहें निम्नवर्गीय हों या मध्यवर्गीय - स्कूलों की मनमानी से सभी परेशान हैं. और ज़्यादा तकलीफ की बात ये है कि उनकी शिकायत सुनने वाला भी कोई नहीं है. ज़्यादातर शहरों में स्कूलों और प्रशासन की मिली-भगत से चलता है मनमानी का स्कूली गोरखधंधा.
प्राइवेट स्कूल मनमानी फीस नहीं वसूल सकेंगे अब
नोएडा जिला प्रशासन के कान पक गए थे शिकायतें सुनते सुनते या फिर और कोई वजह है कि अचानक परेशान जाएगा और कस ली कमर स्कूलों की मनमानी के खिलाफ. सबसे पहले तो सबसे बड़ा फैसला किया जिला प्रशासन ने - अब निजी स्कूलों को मनमानी फीस वसूलने की आज़ादी नहीं दी जायेगी. बहुत हो गई मनमानी कमाई.
चल रही है खुल्लेआम ब्लैकमेलिंग
बढ़ती महंगाई के बोझ से अभिभावकों की कमर पहले ही टूटी हुई है. ऊपर से स्कूल उनके साथ ब्लैकमेलिंग करते हैं. ये ब्लैकमेलिंग खुलेआम होती है. मनमानी फीस दो नहीं तो निकाल देंगे बच्चों को स्कूल से या फिर - मनमानी फीस देनी पड़ेगी नहीं तो आपके बच्चों को स्कूल में एडमिशन नहीं मिलेगा. हर जगह मनमाने तरीके से फीस वसूलने और सरकारी नियमों का पूरा पालन न करने वाले प्राइवेट स्कूलों को ठीक करने की दिशा में यह पहला कदम है.
डीएम कैम्प कार्यालय में हुआ अहम फैसला
नोएडा डीएम ने उठाया है यह सराहनीय कदम जिससे उनको नोएडा की हज़ारों पेरेंट्स की दुआएं मिलेंगी. डीएम की अध्यक्षता में सेक्टर 27 स्थित डीएम कैंप कार्यालय में जिला शुल्क नियामक समिति की बैठक हुई जहां सभी स्कूलों को सत्र 2020-21 में अधिकतम 7.88 प्रतिशत तक ही फीस वृद्धि करने की अनुमति देने का बड़ा निर्णय किया गया. इस कट पॉइंट से ऊपर अगर कोई भी प्राइवेट स्कूल और कॉलेज फीस बढ़ाते पाए गए तो शासन उसपर सख्त कार्यवाही करेगा.