गाजियाबाद: वैशाली से मोहन नगर तक स्वचालित मेट्रो लाने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. शहर को जल्द ही एक और मेट्रो लाइन का तोहफा मिलने जा रहा है. DMRC ने गुरुवार को GDA में अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में नई मेट्रो लाइन की जानकारी दी है.
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रिपोर्ट में बताया गया कि इस मेट्रो का सुपरविजन और प्रोटेक्शन सिस्टम ऑटोमैटिक होगा. इस प्रॉजेक्ट की अंतिम डीपीआर अगले हफ्ते प्राधिकरण को सौंपी जाने वाली है. जीडीए के साथ गुरुवार को डीएमआरसी के अधिकारियों के साथ बैठक हुई जिसमें वैशाली से मोहन नगर तक मेट्रो के फेज 3 पर चर्चा की गई है. मेट्रो रेल का संचालन पूरी तरह कंट्रोल रूम से होगा. इस कॉरिडोर पर 4 स्टेशन बनाए जाएंगे, इसके अलावा रूट की लंबाई करीब 1 किमी. बढ़ाई जा रही है. इस वजह से इसकी लागत में भी बढ़ोतरी की गई है. हालांकि साहिबाबाद मेट्रो स्टेशन के डिजाइन में भी बदलाव किया गया ह क्योंकि इसे बड़ा बनाया जाएगा. इससे कॉरिडोर की लागत भी बढ़ी है. पहले इस कॉरिडोर की लागत 1438 करोड़ रुपये आंकी गई थी जो अब बढ़कर 370 करोड़ रुपये से 1808 करोड़ रुपये हो गई है.
नहीं बनेगा साहिबाबाद में इंटरचेंज
वैशाली और नोएडा मेट्रो अब सीधे मोहन नगर से जोड़ी जाएगी. साहिबाबाद में इंटरचेंज बनाने की बात कही गई थी जो अब नहीं बनेगा. भविष्य में दोनों रूटों पर मेट्रो ट्रैक तैयार होने के बाद वन बाई वन वैशाली और नोएडा से मेट्रो की मोहन नगर तक आवाजाही की जा सकेगी. डीएमआरसी ने संशोधित डीपीआर में इसके अलाइमेंट में परिवर्तन किया है. हालांकि इस मार्ग पर साहिबाबाद में रैपिड और मेट्रो के यात्री एकसाथ मिल सकेंगे. साहिबाबाद पर रोड के एक तरफ मेट्रो और दूसरी तरह रैपिड रेल का स्टेशन बनाया जाएगा. इन दोनों स्टेशनों को फुट ओवरब्रिज के जरिये जोड़ा जाएगा और यह फुट ओवरब्रिज 150 मीटर लंबा होगा. इससे मेट्रो और रैपिड के यात्री रेल बदल सकेंगे.