नई दिल्ली: हालांकि देश में कोरोना के मामले फिलहाल बढ़ते हुए दिख रहे हैं. लेकिन जल्दी ही ये रफ्तार थमने वाली है. वैसे भी भारत का हाल अमेरिका, स्पेन, इटली, जर्मनी, फ्रांस, चीन, ईरान, यूके जैसा नहीं है. दुनिया की सबसे बड़ी और घनी आबादी वाला देश होने के कारण भारत में अगर कोरोना फैलता तो स्थिति भयावह होती. लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की त्वरित रणनीति और उन्हें मिलने वाले अपार जनसमर्थन ने कोरोना के हृदय पर चोट की है.
डेटा विश्लेषकों ने दिए अच्छे संकेत
विशेषज्ञों का माना है कि कोरोना के प्रसार के आंकड़ों का विश्लेषण करने से अच्छे संकेत दिखाई दे रहे हैं. ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि भारत में कोरोना वायरस का अंतिम चरण 9 मई से शुरु हो सकता है. ऐसे में ये संभव है कि इसके पहले कोरोना के पॉजिटिव मामलों की संख्या थम जाए. यानी अगले दो से तीन दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या में होने वाली बढ़त कम हो सकती है.
लेकिन इसके लिए ज़रूरी है कि सोशल डिस्टेंसिंग का उतनी ही गंभीरता से पालन करते रहा जाए.
Click on the link to get key updates of the day on #COVID19: https://t.co/ab6Teq43UT@PMOIndia @MoHFW_INDIA @PIB_India @drharshvardhan #IndiaFightsCorona #StayHome
— #IndiaFightsCorona (@COVIDNewsByMIB) April 1, 2020
कट्टरपंथी जमातियों की मूर्खता की वजह से बिगड़े हालात
Coronavirus कोरोना वायरस को रोकने के लिए देश में लागू 21 दिनों के लॉकडाउन चल रहा है. हालांकि इस बीच तबलीगी जमात के कट्टरपंथियों की मूर्खता की वजह से कोरोना के मामलों में तेजी दिखाई देने लगी. अन्यथा अभी तक मरीजों की संख्या स्थिर होने लगती.
भारत में 23 मार्च को कोरोना के मरीजों की संख्या 499 थी. 24 मार्च को 536 हुई. 25 मार्च को 657, 26 मार्च को 727, 31 मार्च को 1397, 1 अप्रैल को 1998, 2 अप्रैल को 2543, 3 अप्रैल को 3059 और 5 अप्रैल को 3588 रही. इस आंकड़े की तुलना यूरोप और अमेरिका से की जाए तो यह कुछ भी नहीं है.
ICMR has placed order for 5 lakh testing kits for conducting rapid antibody based blood tests.
2.5 lakh kits are expected to be delivered by April 8/9, 2020
- @ICMRDELHI https://t.co/6fQLAZ56NY #IndiaFightsCorona
— PIB India #StayHome #StaySafe (@PIB_India) April 6, 2020
कोरोना मरीजों की संख्या में ये इजाफा भी निजामुद्दीन से निकले तबलीगी जमातियों के कट्टरपंथियों की मूर्खता की वजह से हुआ. सिर्फ दिल्ली के आंकड़ों में जमातियों ने करीब करीब 10 गुना की बढ़ोतरी कर दी. दिल्ली में कोरोना वायरस का प्रभाव 8 अप्रैल से घटने की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन मजहबी कट्टपंथियों की बेवकूफी की वजह से स्थितियां नियंत्रण के बाहर होती दिखीं. लेकिन त्वरित कार्रवाई से इसपर लगाम कसी जा रही है.
#IndiaFightsCorona #coronavirusinindia
Update as of 6 pm today ie 6th April#Covid19IndiaInfographic : courtesy @KBKnewsgraphics pic.twitter.com/AOMCL1ZCOE
— K.S. Dhatwalia (@DG_PIB) April 6, 2020
कोरोना अब कुछ खास क्षेत्रों तक सिमटने लगा है
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के प्रमुख रमन आर गंगाखेडकर ने बताया है कि नेशनल और रीजनल लेवल पर लॉकडाउन के निर्धारण में हॉटस्पॉट की पहचान एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा. हालांकि तबलीगी जमातियों की वजह से अभी ये फार्मूला लागू नहीं हुआ. लेकिन लॉकडाउन के आखिरी सप्ताह में इसे लागू किया जा सकता है.
प्रधानमंत्री की टास्क फोर्स के हिस्से गंगाखेडकर ने बताया है कि हॉटस्पॉट्स (COVID-19 पॉजिटिव मरीजों की अधिक तीव्रता वाले क्षेत्र) की पहचान की प्रक्रिया जारी है. यानी आने वाले समय में लॉकडाउन सिर्फ कोरोना के गंभीर मामलों वाले इलाकों तक सीमित किया जा सकता है.
In today's @MoHFW_INDIA media briefing, Dr. Raman Gangakhedkar from @ICMRDelhi informed that a total of 47951 #COVID19 tests have been done till date.
He added that yesterday, 4562 tests were done in ICMR labs and 816 in private labs.
Source: @PIB_Indiapic.twitter.com/RuC6luBTlP
— #IndiaFightsCorona (@COVIDNewsByMIB) April 1, 2020
भारत ने कोरोना के कहर थामा
डॉ. गंगाखेडकर ने बताया कि भारत में अभी कोरोना वायरस कम्यूनिटी ट्रांसफर फेज में नहीं पहुंच पाया है. हालांकि मकरज कार्यक्रम की वजह कोरोना को रोकने में बेशक चुनौती मिली और इसकी वजह से देश के करीब 200 जिले प्रभावित हुए. लेकिन इसे कम्यूनिटी ट्रांसफर फेज नहीं माना जा सकता है.
ये एक बड़ी राहत की बात है.
उन्होंने कहा कि अगले तीन सप्ताह में, कोविड-19 पॉजिटिव होने वाले रोगी की संख्या यह समझने में मदद करेगी कि लॉकडाउन नेशनल स्तर का ही रहेगा या फिर इसे क्षेत्रीय स्तर तक किया जा सकेगा. शहरी इलाकों में 77 फीसदी यातायात कम हो गया है.
बढ़ाई जाएगी टेस्ट की संख्या
कोरोना के संक्रमण की पहचान के लिए अब ICMR ने ज्यादा से ज्यादा टेस्ट की योजना बनाई है. अभी एक दिन में देश में 10 हज़ार टेस्ट हो रहे हैं. आगे की योजना 10 हज़ार के लक्ष्य को दोगुना किए जाने की है. आने वाले हफ्तों में कोरोना टेस्ट और बढ़ाए जाएंगे. जिसकी वजह से छिपे हुए मरीजों को सामने लाया जा सके.
भारत में चीन से भारी संख्या में टेस्ट किट मंगाए हैं. जिनके आने के बाद टेस्ट्स की संख्या बढ़ा दी जाएगी. लेकिन इतना तय है कि भारत ने कोरोना की बाढ़ को थाम लिया है. अब इसपर आखिरी प्रहार की तैयारी की जा रही है.
इसे भी पढ़ें: पाकिस्तान में डॉक्टरों की बर्बर पिटाई और गिरफ्तारी