नई दिल्ली: भारतीय रेलवे के इतिहास में जल्द ही नई कामयाबी जुड़ने वाली है. भारत के पहले डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर जल्द ही डबल डेकर मालगाड़ियां दौड़ेंगी. रेलवे ने ट्रायल के तौर डबल डेकर वाली कंटेनर ट्रेनों की शुरुआत की है.
रेलवे का नया कमाल
भारतीय रेलवे नया इतिहास लिखने की ओर है. रेलवे सेक्टर में नए-नए बदलाव के साथ ही ऐतिहासिक फैसले लिए जा रहे हैं. इसी बीच रेलवे में जल्द ही डबल डेकर कंटेनर के जरिए देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में सामानों की सप्लाई की शुरुआत होने वाली है. जो ऐसे बेहतर और बड़ा कदम है.
डबल डेकर कंटेनर का ट्रायल शुरू
डेडिकेटेड फ्रेड कॉरिडोर यानी सिर्फ मालगाड़ी के लिए बन रहे ट्रैक पर डबल कंटेनर के साथ ट्रेन चलाने का ट्रायल राजस्थान के न्यू किशनगढ़ से शुरू हो गया है. पूजा पाठ के साथ डबल डेकर कंटेनर का ट्रायल शुरू किया गया.
डबल डेकर मालगाड़ी से जाएंगे सामान
82 हजार करोड़ की लागत से तैयार हो रहे डीएफसी कॉरिडोर पर सिर्फ और सिर्फ माल गाड़ियां चलेंगी. खास बात ये है कि इस कॉरिडोर के जरिए गुड्स ट्रेन की जो अभी लंबाई होती है 650 से 700 मीटर होती है, वो डीएफसी कॉरिडोर पर तकरीबन 15 सौ मीटर लंबी गुड्स ट्रेन चलाना संभव होगा.
350 किलोमीटर का हिस्सा पूरी तरह से तैयार
दिल्ली से मुंबई के बीच बन रहे डीएफसी पर अभी 350 किलोमीटर का हिस्सा पूरी तरह से तैयार है. 31 मार्च 2020 तक 650 किलोमीटर का हिस्सा तैयार हो जाएगा और अगले साल के अंत तक पूरे 1500 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर डबल डेकर मालगाड़ी चलनी शुरू हो जाएंगी.
इसे भी पढ़ें: फ्रॉड से बचने के लिए SBI ने बदला एटीएम से रुपये निकालने का नियम
रेलवे सेक्टर को होने वाली परेशानियों से निपटारे के लिए सरकार ने पूरा रोडमैप तैयार किया है. भारतीय रेलवे में ऐतिहासिक बदलाव के साथ-साथ ये दावा किया गया है कि अगले 5 सालों में यात्रियों को कन्फर्म टिकट की सुविधा मुहैया कराई जाएगी. इसके साथ ही इसके साथ ही रेलवे में भर्तियां UPSC के जरिये कराने की तैयारी की गई है.
इसे भी पढ़ें: ट्रेन की वेटिंग टिकट से जूझने वालों के लिए खुशखबरी