नई दिल्लीः कोरोना संकट के बीच आदमजात तो घर में बंद है, लेकिन प्रकृति खुल कर सांस ले रही है. इस महामारी के बीच आज की रात एक खूबसूरत खगोलीय घटना इस बीच एक और प्राकृतिक व भौगोलिक घटना होने वाली है. जिसे पूरी दुनिया देख सकेगी. ये घटना मंगलवार, 7 अप्रैल 2020 यानी आज ही होने वाली है.
ऐसे होता है सुपरमून
पूर्णिमा का चंद्रमा यूं तो हमेशा ही अद्भुत लगता है, लेकिन इस बार यह नजारा और भी खास होगा क्योंकि यह इस बार की पूर्णिमा अपने साथ सुपर मून लेकर आ रही है. आज धरती सुपरमून का दीदार करेगी. आज रात आसमान में साल का सबसे बड़ा चांद दिखाई देगा.
जब चांद और धरती के बीच की दूरी सबसे कम हो जाती है और चंद्रमा की चमक बढ़ जाती है, उस स्थिति में चांद को सुपरमून कहा जाता है. इस दौरान चांद आम दिनों की तुलना में 14 प्रतिशत ज्यादा बड़ा और 30 प्रतिशत ज्यादा चमकीला दिखाई देता है.
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यह है इस खगोलीय घटना का राज
7 अप्रैल को रात 11:38 पर चंद्रमा पृथ्वी के सबसे ज्यादा नजदीक होगा. इस समय पर चंद्रमा की पृथ्वी से दूरी मात्र 356900 किलोमीटर रह जाएगी. चांद की यह स्थिति पेरिगी कहलाती है. आमतौर पर पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी 384400 किलोमीटर मानी जाती है.
वहीं, चंद्रमा की पृथ्वी से सबसे ज्यादा दूरी होने पर यह दूरी लगभग 405696 किमी मानी जाती है जिसे अपोगी कहते हैं. चंद्रमा की पेरिगी की स्थिति में पूर्णिमा पड़ जाए, तो हमें सुपरमून दिखाई देता है. एक साल में न्यूनतम 12 पूर्णिमा पड़ती है, लेकिन ऐसा कम होता है कि पेरिगी की स्थिति में पूर्णिमा भी पड़े.
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भारत में नहीं दिखेगा सुपरमून
आकाश में सुपरमून आठ अप्रैल को दिखेगा, जिसका नाम पिंक सुपर मून है. सुपरमून 8 अप्रैल को दोपहर 2:35 बजे जीएमटी (भारतीय समयानुसार सुबह 8:05 बजे) पर दिखाई देगा. मगर, तब तक सूर्योदय हो चुका होगा और इस स्थिति में भारत के लोग सुपर पिंक मून की घटना को सीधे नहीं देख पाएंगे.