नई दिल्ली: मेडिकल साइन्स की तरक्की के बाद गे कपल यानी दो पुरुष बच्चे को जन्म दे सकते हैं. इस नई तकनीक की मदद से गे कपल या फिर लेस्बियन कपल पैरेंट्स बन सकते हैं. रिसर्च के अनुसार प्रजनन की नई तकनीक में दो पिताओं के स्पर्म या फिर दो माताओं के एग्स का इस्तेमाल कर बच्चा पैदा कर सकते हैं. आइए जानते हैं क्या गे कपल माता-पिता का सुख उठा सकेंगे.
आईवीजी तकनीक से गे कपल बनेंगे पेरेंट्स
आईवीजी तकनीक चूहों पर काफी सफल रही है और रिसर्च का कहना है कि यह तकनीक एक दिन इंसानों पर भी रहेगी. अभी तक इंसानों पर इसका कोई प्रभाव नहीं दिखा है. लेकिन एक समय आएगा जब यह तकनीक इंसानों के लिए कारगार साबित होगी. आईवीजी में पुरुषों के स्पर्म और महिलाओं के एग्स को स्टेम सेल्स से उत्पन्न किया जाएगा.
कैसे दो पुरुष बनेंगे पेरेंट्स
अभी तक गे कपल एग डोनेशन और सरोगेसी के द्वारा पेरेंट्स बन सकते हैं. एग डोनेशन के द्वारा कपल में केवल एक पार्टनर का ही बायोलोजिक बच्चा होता है. दूसरे पार्टनर की इसमें कोई भी भूमिका नहीं होती है.
आईवीजी तकनीक से हो है संभव
आईवीजी तकनीक की मदद से सेम सेक्स कपल में डोनर्स के द्वारा बाइपास किया जा सकता है. उदाहरण के लिए अपोजिट सेक्स के स्पर्म या फिर एग्स से इंडिविजुअल सेल्स उत्पन्न किया जा सकता है. इस कॉम्बिनेशन के द्वारा सेक्स सेल को दूसरे मेंबर से उत्पन्न किया जाएगा जिससे कपल एग बनाने में सक्षण होगा.
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