लखनऊ: यूपी सरकार ने कोरोना महामारी के चलते देशभर के अलग-अलग राज्यों से वापस आए श्रमिकों को रोजगार देने के लिए काम कर रही है. इसके लिए कई निर्देश भी जारी किए गए हैं.
जिसके लिए एक समिति का गठन भी किया गया है. समिति लोगों को रोजगार दिलाने के लिए एक कार्य की योजना पेश करेगी. वहीं समिति को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा मनरेगा योजना के जरिए भी रोजगार उपलब्ध कराने की संभावनाओं पर भी विचार करने के लिए कहा गया है.
एक्सप्रेस वे का काम शुरू करेगी सरकार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को निर्देश दिए की कार्य योजना बनाकर एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं (Expressway projects) का निर्माण कार्य शुरू किया जाए. इससे बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाया जा सकेगा. वहीं सरकार ने प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास को आदेश दिया कि इस मुश्किल समय में बुन्देलखण्ड क्षेत्र में पीने के पानी की समस्या नहीं होनी चाहिए.
डोर स्टेप डिलीवरी वालों की भी हो जांच
सरकार की ओर से कहा गया है कि जो लोग डोर स्टेप डिलीवरी (Door step delivery) के काम में लगे हैं उनकी भी जांच की जाएं और यह भी सुनिश्चित किया जाए कि वह लोग मास्क आदि लगाकर आम लोगों तक जरूरत का सामान पहुंचाए.
भारतीय छात्रों समेत अन्य देश के छात्रों को अमेरिका दे रहा है रोजगार.
तत्काल जॉबकार्ड के जरिए मिलेगा रोजगार
देश में किए गए लॉकडाउन (Lockdown) के चलते बड़ी संख्या में उद्योग- धंधे बंद हैं. ऐसे में बड़ी संख्या में लोग रोजगार न होने के चलते अपने गांवों की ओर लौट गए हैं. ऐसे लोगों के सामाने रोजगार और आय के संकट को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जिलों को निर्देश जारी किए हैं कि ऐसे जो भी लोग जो शहरों से अपने परिवारों के साथ गांव लौटे हैं. उन्हें मनरेगा के तहत रोजगार दी जाएं जो कि तत्काल जॉबकार्ड बनाकर दी जाएगी.
जॉबकार्ड में नए नाम जोड़ने की पेशकश
सरकार की ओर से जारी किए गए निर्देशों के तहत अगर कोई व्यक्ति काफी समय के बाद लौटा हो और उसका नाम परिवार के जॉबकार्ड (job card) में नहीं है तो उसका नाम परिवार के जॉबकॉर्ड में जोड़ा जाए. वहीं जिन लोगों का जॉबकार्ड पहले से बना है लेकिन किन्हीं कारणों से खो गया है या फट गया है तो उनको जॉबकार्ड की डुप्लीकेट कॉपी दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं.