जानिए क्या है NSC, जिसमें ममता बनर्जी ने किया है निवेश

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में अपना नामांकन भरते हुए ममता बनर्जी ने अपनी कुल संपत्ति में NSC में निवेश की जानकारी भी साझा की है. आइए जानते हैं कि आप कैसे NSC में निवेश कर सकते हैं. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 12, 2021, 03:59 PM IST
  • जानिए NSC से जुड़ी जरूरी बातें
  • जानिए कैसे करें NSC में निवेश
जानिए क्या है NSC, जिसमें ममता बनर्जी ने किया है निवेश

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए नंदीग्राम सीट से नामांकन करते समय अपनी कुल संपत्ति की जानकारी दी है. जिसमें यह भी बताया गया है कि उन्होंने राष्ट्रीय बचत पत्र (NSC) में 18,490 रुपये का निवेश किया है.

इस निवेश पर उन्हें किसी भी तरह का टैक्स अदा नहीं करना पड़ता है. आइए जानते हैं आप कैसे राष्ट्रीय बचत पत्र (NSC) का लाभ उठा सकते हैं और इसमें निवेश करने का क्या तरीका है.

क्या है NSC

राष्ट्रीय बचत पत्र (NSC) एक निवेश का माध्यम है, जिसमें देश का कोई भी नागरिक निवेश कर सकता है. NSC में निवेश करने पर निवेशक को एक निश्चित ब्याज दर पर रिटर्न मिलता रहता है. 

NSC भारतीय डाकघर की योजना है. इस योजना की सबसे मुख्य बात यह है कि इस योजना में निवेश करने पर, निवेश की गई राशि पर कोई टैक्स नहीं लगता है. NSC में निवेश करके आप टैक्स बचाने के साथ-साथ एक निश्चित ब्याज पर रिटर्न का लाभ उठा सकते हैं.

NSC भारत सरकार द्वारा समर्थित निवेश विकल्प है, इसलिए यहां पैसा डूबने का जोखिम बहुत कम रहता है. 

NSC में अधिकतर ऐसे ही निवेशक निवेश करते हैं, जो टैक्स बचाना चाहते हैं और लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं.

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कितनी है ब्याज दर

राष्ट्रीय बचत पत्र (NSC) पर मिलने वाली ब्याज दर समय-समय पर बदलती रहती है. ब्याज दर में परिवर्तन का निर्णय वित्त मंत्रालय के हाथ में रहता है. 

हर तीन माह के बाद NSC पर मिलने वाली ब्याज दर बदलती रहती है. NSC पके तहत अभी निवेश की गई राशि पर निवेशक को 6.8 प्रतिशत का ब्याज दिया जा रहा है. 

जानिए NSC से जुड़ी जरूरी बातें 

अभी तक NSC में निवेश के दो विकल्प उपलब्ध थे. पहली 5 वर्ष की NSC और दूसरी 10 वर्ष की NSC. अब 10 वर्ष की अवधि वाली NSC को समाप्त कर दिया गया है.

अब निवेशक 5 वर्ष की मैच्योरिटी अवधि वाले NSC को ही खरीद सकते हैं.

NSC में निवेश की न्यूनतम सीमा 100 रुपये है, जबकि अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है.

इनकम टैक्स अधिनियम 1961 की धारा 80C के तहत NSC में निवेश की गई सालाना पांच लाख रुपये तक की राशि पर कोई टैक्स नहीं लगता है. 

NSC में निवेश की गई राशि के आधार पर बैंक से लोन भी ले सकते हैं. 

NSC स्कीम के तहत निवेशक अपने परिवार किसी भी सदस्य को नॉमिनी बना सकता है. 

जानिए क्या हैं NSC खरीदने का तरीका

कोई भी व्यक्ति अपने लिए अथवा किसी नाबालिग के लिए NSC सिंगल होल्डर टाइप सर्टिफिकेट खरीद सकता है. 

इसके अलावा जॉइंट A टाइप NSC सर्टिफिकेट में कोई दो निवेशक मिलकर NSC सर्टिफिकेट खरीद सकते हैं. इसमें दोनों ही निवेशकों को मैच्योरिटी पर बराबर मुनाफा प्राप्त होता है.

जॉइंट B टाइप NSC सर्टिफिकेट में दो निवेशक मिलकर NSC सर्टिफिकेट खरीद सकते हैं, लेकिन मैच्योरिटी पर मिलने वाला मुनाफा एक ही निवेशक को प्रदान किया जाता है. 

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