China ने भी अब कह दिया - बाइडेन हैं सबसे कमजोर राष्ट्रपति, छेड़ सकते हैं जंग भी

हैरानी की बात है कि चीन विरोधी डोनाल्ड ट्रम्प के विरोधी चीन समर्थक जो बाइडेन को चीन ने कमज़ोर राष्ट्रपति कह कर निशाना बनाया है..

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Nov 23, 2020, 06:14 PM IST
  • बाइडेन से नाराज हुआ चीन
  • पहले पुतिन हुए थे हमलावर
  • वजह बना है तिब्बत
  • रिश्ते सुधरने की गुंजाइश नहीं है, कहा चीन ने
  • उम्मीदों को नकार दिया चीन ने
China ने भी अब कह दिया - बाइडेन हैं सबसे कमजोर राष्ट्रपति, छेड़ सकते हैं जंग भी

नई दिल्ली. अगर ये वैश्विक राजनीति है तो ये किसी भी तरह किसी क्षेत्रीय राजनीति से कम विचित्र नहीं है. पहले तो ऐसा प्रतीत हुआ था कि चीन जो बाइडेन को अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर समर्थन और बधाई नहीं दे रहा है तो ये उसका दिखावा है ताकि दुनिया को लगे कि बाइडेन और जिनपिंग एक दूसरे के साथ घी-शक्कर नहीं हैं. किन्तु बाइडेन को कमजोर राष्ट्रपति कह कर अपमानित करने से तो यही लग रहा है कि ये चीनी चाल नहीं, चीनी सोच ही है. 

पहले पुतिन हुए थे हमलावर 

इसके पहले रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के प्रेजिडेंट इलेक्ट जो बाइडन को निशाना बनाया था और अब चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के इशारे पर चीन से कहा जा रहा है कि जो बाइडेन कमजोर राष्ट्रपति हैं और कमजोर राष्ट्रपति तो जंग भी शुरू कर सकता है. समझदारी दिखाते हुए ये बात खुद न कह कर जिनपिंग ने अपने एक सलाहकार के माध्यम से कहलाई है. 

वजह बना है तिब्बत

तिब्बत का मामला अब वैश्विक बनने जा रहा है. इसकी शुरुआत हो गई है. तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रमुख के व्हाइट हाउस पहुंचने से चीन भड़क गया है. हांगकांग और की तरह तिब्बत भी चीन की दुखती रग है. जो भी तिब्बत की निर्वासित सरकार को समर्थन देगा, वो सीधे चीन के निशाने पर आएगा. 

 रिश्ते सुधरने की गुंजाइश नहीं है

चीन ने साफ़ कर दिया है कि दोनों देशों के रिश्ते सुधरने की गुंजाइश नहीं है. तिब्बत के नेता को व्हाइट हाउस में आमंत्रण चीन को बुरी तरह से अखर गया है जिसकी प्रतिक्रियास्वरुप चीन अब अमेरिका के प्रेजिडेंट इलेक्ट जो बाइडन को लेकर हमलावर दिखाई दे रहा है. तिब्बत के नेता से मुलाकात के बाद ये भी साफ़ हो गया है कि अमेरिकी चुनावों में भले ही चीन विरोधी जो बाइडेन की जीत चीन ने चाहि हो, किन्तु जो बाइडेन चीन को चुनाव-पूर्व दिखाई दिए थे, चुनाव पश्चात वो बाइडेन नहीं निकले. 

उम्मीदों को नकार दिया चीन ने 

चीन ने उन उम्मीदों के पंख काट दिए जो बताने की कोशिश कर रहे थे कि नए राष्ट्रपति बाइडन के कार्यकाल में वाशिंगटन और बीजिंग के बीच संबंध सुधर जाएंगे. चीन के एक प्रमुख सलाहकार झेंग योंगशिय ने ये बयान दिया है कि निस्संदेह नए राष्ट्रपति जो बाइडेन अमेरिका के सबसे कमजोर राष्‍ट्रप‍ति हैं और उनके दौर में चीन के अमेरिका के साथ संबंध सुधरना सर्वाधिक दुष्कर होगा.

ये भी पढ़ें. अभी दो साल और जरूरी है अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना का रुकना

देश और दुनिया की हर एक खबर अलग नजरिए के साथ और लाइव टीवी होगा आपकी मुट्ठी में. डाउनलोड करिए ज़ी हिंदुस्तान ऐपजो आपको हर हलचल से खबरदार रखेगा... नीचे के लिंक्स पर क्लिक करके डाउनलोड करें-

Android Link - https://play.google.com/store/apps/details?id=com.zeenews.hindustan&hl=en_IN

iOS (Apple) Link - https://apps.apple.com/mm/app/zee-hindustan/id1527717234

ट्रेंडिंग न्यूज़