नई दिल्ली. लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की सेना उत्तर की तरफ बढ़ गई है. जहां चीन अपना सैन्य जमावड़ा लगातार बढ़ा रहा है वहीं भारत भी उसका उसी आक्रामकता से प्रत्युत्तर दे रहा है. भारत ने भी अपनी सेना का जमावड़ा लगातार बढ़ाया है और चीन की हर गतिविधि पर भारत की पैनी नज़र है. चीन द्वारा सीमा पर पैदा की गई इस युद्ध जैसी स्थिति पर अमेरिका ने बयान दिया है जो चीन विरोधी है और उसकी तानाशाही वाली सरकारी नीति की निंदा करता है.
'' तानाशाही शासन की कार्रवाई ऐसी ही होती है''
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने भारत की लद्दाख सीमा पर चीनी हरकतों की आलोचना करते हुए कहा है कि कि सत्तावादी शासन इस तरह की कार्रवाई करते हैं. अमरीकी विदेश मंत्री का यह कथन अमेरिका का भारत की तरफ झुकाव सिद्ध करता है और एक साथ चीन और भारत दोनों के लिए ही सन्देश है.
'व्हाट दी हेल इज़ गोइंग ऑन' पर कहा पोम्पिओ ने
व्हाट दी हेल इज़ गोइंग ऑन नामक लोकप्रिय अमृरकी पॉडकॉस्ट के दौरान विदेश मंत्री पोम्पिओ ने उपरोक्त बयान दिया. पोम्पिओ के बयान में चीन की सत्तावादी हरकत के प्रति चिंता नज़र आई जब उन्होंने कहा कि -हमने आज भी देखा है कि चीन की सेनाएं भारतीय नियंत्रण रेखा पर भारत के उत्तर की तरफ बढ़ गई हैं.
कोरोना पर भी चीन की हरकतों का किया ज़िक्र
पॉडकॉस्ट के दौरान पोम्पिओ ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी पर कोरोना वायरस महामारी के षड्यंत्र के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि चीन ने आज भी इस वैश्विक महामारी पर अपनी वैश्विक प्रतिक्रिया को छिपाना और उसका मार्ग बाधित करना जारी रखा है. हांगकांग पर चीन की जबरदस्ती का उल्लेख भी पोम्पिओ ने किया और कहा कि ये सभी हरकतें चीन के अधिनयाकवाद वाले चरित्र का परिचय हैं.
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