चीन की नई नौटंकी: भारत के साथ सीमा पर सहमति बनी

दुश्मन चीन शठ भी है और ठग भी है, इसलिए चीन के किसी दावे पर विश्वास नहीं किया जा सकता. ये धूर्त चीन की मूर्ख सोच होगी कि यदि वह भारतीय सीमा पर पीछे हटने का ढोंग करेगा तो भारत उसके प्रति लापरवाह हो जाएगा और वह उस स्थिति का फायदा उठा सकेगा, भारत चोर चीन की ऐसी टुच्ची हरकतों से अनभिज्ञ कदापि नहीं है..  

Written by - Parijat Tripathi | Last Updated : Jun 11, 2020, 04:13 AM IST
    • चीन विदेश मंत्रालय ने कहा: भारत के साथ सहमति बनी
    • 6 जून को हुई वार्ता रही सफल
    • ''सेना के पीछे हटने की पुष्टि नहीं हुई''
    • चीनी डबलगेम की बानगी हो सकती है यै
चीन की नई नौटंकी: भारत के साथ सीमा पर सहमति बनी

नई दिल्ली.  माओ के चुन्नू-मुन्नू भारतीय सीमा पर नौटंकी करके वापस हट रहे हैं, लेकिन अपनी नौटंकी से पीछे फिर भी नहीं हटे हैं. नया बयान आया है दुश्मन चीन की तरफ से कि सीमा विवाद पर भारत के साथ उनकी सकारात्मक सहमति बन गई है. चीन ने दावा किया है कि दोनों देशों के बीच हुई बातचीत को सकारात्मक बताते हुए चीन की सेना ने इस दिशा में आगे की तरफ कदम बढ़ाये हैं. 

 

6 जून को हुई वार्ता रही सफल

इधर लद्दाख की सीमा पर भारत-चीन सैना के बीच तनाव लगातार चल रहा है, वहीं चीन ने एक बार फिर कहा है कि सैन्य गतिरोध के समाधान हेतु की गई 6 जून की लेफ्टीनेन्ट जनरल स्तर की वार्ता के परिणाम सकारात्मक रही है. इस 'सकारात्मक बातचीत' के आधार पर भारत और चीन के सैनिकों ने शांति की दिशा में आगे बढ़ना शुरू कर दिया है. इस विषयक वक्तव्य चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग के माध्यम से सामने आया है.

''सेना के पीछे हटने की पुष्टि नहीं हुई''

चीन का व्यवहार धूर्ततापूर्ण है. एक तरफ भारत और चीन के सैनिकों के बीच लद्दाख सीमा पर चल रहे गतिरोध के लिए दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर पर वार्ता जारी है उधर चीन की सेना युद्धाभ्यास कर रही है और उसके वीडियो सामने आ रहे हैं. अब जब चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता के वक्तव्य के माध्यम से वार्ता के सकारात्मक परिणामों की बातें सामने आ रही हैं चीन की सेना सीमा पर वास्तव में पीछे हटी है -इस विषयक कोई बात नहीं कही गई है. भारतीय विदेश मंत्रालय या सैन्य सूत्रों से भी इस तरह का कोई समाचार प्राप्त नहीं हुआ है.

 

चीनी डबलगेम की बानगी हो सकती है 

ये भी फिर से चीनी डबलगेम की एक नई बानगी हो सकती है जिसके अनुसार चीन का कहना कुछ होता है और करना कुछ ओर. जब चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता से पूछा गया कि क्या दोनों सेनाओं के जवान अपनी पुरानी स्थिति की दिशा में वापस लौट रहे हैं, प्रवक्ता का कहना था कि दोनों ही तरफ से कदम उठा कर सीमा पर स्थिति को सहज बनाने के प्रयास चल रहे हैं.

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