कोरोना ने स्पेन और इटली की हालत कर दी है 'बद से बदतर'

कोरोना वायरस ने सबसे ज्यादा इटली को नुकसान पहुंचाया है. वहां के हालात तो ऐसे हैं, जैसे लग रहा है कि अब  इटली देश कब्रिस्तान बन जाएगा. वहीं स्पेन में भी कोरोना वायरस के कारण मौत का आंकड़ा तेज़ी से बढ़ता जा रहा है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 2, 2020, 02:59 AM IST
    1. कोरोना वायरस का कहर, स्पेन में 'मौत' की लहर
    2. स्पेन पर कोरोना का कहर, नर्स का बड़ा खुलासा
    3. इटली में कब रूकेगा कोरोना का क़हर?
    4. अलग-अलग शहरों में झुकाया गया झंडा
कोरोना ने स्पेन और इटली की हालत कर दी है 'बद से बदतर'

नई दिल्ली: यूरोपीय देश स्पेन में कातिल कोरोना वायरस सबसे खौफनाक रूप अब शुरू हुआ है. कोरोना से मौत के मामले में इटली के बाद स्पेन दूसरा देश बन गया.

कोरोना वायरस का कहर, स्पेन में 'मौत' की लहर

बीते 24 घंटे में स्पेन में कोरोना वायरस के कारण 864 लोगों ने दम तोड़ दिया. स्पेन में कोरोना के कारण मौत का आंकड़ा 9000 के पार पहुंच गया है. जबकि संक्रमित मरीजों की संख्या एक लाख के पार पहुंच गई है.

स्पेन के अस्पताल कोरोना वायरस के कारण भरे हुए हैं, नए मरीजों के लिए अस्पताल में जगह भी कम पड़ रही है. स्पेन  के अस्पतालों और स्वास्थ्यकर्मियों का हाल वहां की एक नर्स ने फेसबुक के जरिए बयां किया है.

स्पेन पर कोरोना का कहर, नर्स का बड़ा खुलासा

स्पेन की एक नर्स इरेने जीएस ने बताया कि "हमारे अस्पताल पूरी तरह से मरीजों से भर गए हैं । स्वास्थकर्मी मानसिक और शारीरिक रूप से बहुत थक चुके हैं, क्योंकि स्थिति भयानक है. ये एक नरक है, मैं टीवी पर जो आंकड़े देख रही हूं वो झूठ हैं. वे झूठे क्यों हैं? क्योंकि वे लोगों का परीक्षण नहीं कर रहे हैं."

नर्स का दावा है कि स्पेन में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा टीवी में दिख रहे नंबरों से कहीं ज्यादा है. नर्स के मुताबिक अस्पतालों में वेंटिलेंटर की भारी कमी हैं.

नर्स इरेने जीएस ने ये भी बताया कि "अगर कोई भी बीमार आता है, तो इसका मतलब है कि किसी को निमोनिया के लक्षण हैं. हम ऑक्सीजन का उपयोग करते हैं और उन्हें आराम करने देते हैं. जगह नहीं है हमने मरीजों को सोफे, जिम जैसी जगहों पर रखा हुआ है. जब किसी मरीज की हालत खराब हो जाती है तो हम ऑक्सीजन मास्क लगाते हैं और यदि उसकी तबियत और खराब होती है तो हमें वेंटिलेटर की जरूरत पड़ती है, जो हमारे पास नहीं है."

स्पेन में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए. स्पेन की सेना ने राजधानी मेड्रिड में 1400 बेड का अस्थायी अस्पताल तैयार किया है. स्पेन की सेना चर्च, रेलवे स्टेशन और अस्पतालों को डिसइंफेक्ट करने में जुटे हुए हैं.

इटली में कब रूकेगा कोरोना का क़हर?

वहीं प्राचीन और खूबसूरत स्मारकों के देश इटली को कोरोना वायरस ने लहुलुहान कर दिया है. इटली के अस्पताल कोरोना संक्रमित मरीजों से भर चुके हैं, वहां नए मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह कम पड़ रही है. इटली में सबसे ज्यादा बुरा हाल मिलान के लोम्बार्डी शहर के हैं, यहां संक्रमित मरीजों का शव सेना के ट्रकों में भरकर ले जाया जाता है और सेना ही उनका अंतिम संस्कार करती है.

मंगलवार को इटली में कोरोना वायरस के कारण एक दिन में ही 837 लोगों की जान चली गई. इसी के साथ इटली में कोरोना से मौत का आंकड़ा साढ़े 12 हजार के पार पहुंच गया है. जबकि संक्रमित मरीजों की संख्या भी 1 लाख के ऊपर जा चुकी है.

अलग-अलग शहरों में झुकाया गया झंडा

कोरोना वायरस से मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए इटली के अलग-अलग शहरों में इटली और यूरोपियन यूनियन के झंडे को आधा झुका दिया गया. इस दौरान सभी की आंखें नम थीं और चेहरे पर मायूसी थी.

21 फरवरी को इटली में कोरोना का पहला मामला सामने आया था, बीते करीब डेढ़ महीने में कोरोना महामारी इटली पर कहर बरपा रही है. इटली में तीन हफ्ते का लॉकडाउन था, लेकिन मौत का सिलसिला नहीं थमा जिसे देखते हुए पूरे देश में लॉकडाउन को 12 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है.

इसे भी पढ़ें: दिल्ली पुलिस पर बड़ा हमला करने की साजिश रच रहे हैं ISIS के आतंकी: बड़ा खुलासा

यूरोपीय देशों में कोरोना का खौफ है, तो रूस में कोरोना संक्रमण बहुत तेजी से बढ़ रहा है. रूस के राष्ट्रपति ने पिछले हफ्ते मास्को के जिस अस्पताल का दौरा किया था, उस अस्पताल का एक डॉक्टर कोरोना बीमारी से ठीक हो चुका है. पुतिन ने उस डॉक्टर से मुलाकात भी की थी, मुलाकात के दौरान डॉक्टर ने प्रोक्टेटिव सूट भी नहीं पहन रखा था. इस खबर के बाद पुतिन का लगातार कोरोना टेस्ट किया गया, लेकिन सभी निगेटिव निकले.

इसे भी पढ़ें: पाकिस्तान में हिंदुओं को भूखा मारना चाहती है इमरान की 'नियाजी सरकार'

इसे भी पढ़ें: अमेरिका के इतिहास में 100 साल की सबसे बड़ी त्रासदी

ट्रेंडिंग न्यूज़