फ्रांस के इस इलाके में आया भयंकर तूफान, चंद मिनटों में मकान बने मलबे, एक झटके में सब तबाह

मायोट अफ्रीका के तट से दूर दक्षिण-पूर्वी हिंद महासागर में स्थित है. यह यूरोपीय संघ और फ्रांस का सबसे गरीब इलाका है. यहां अवैध अप्रवासियों की संख्या भी काफी अधिक है. इस इलाके में लगभग 70 फीसदी से ज्यादा आबादी गरीबी रेखा से नीचे अपना गुजर-बसर करती है

Written by - Shruti Kaul | Last Updated : Dec 16, 2024, 09:45 AM IST
  • चक्रवात तूफान ने हर तरफ मचाया कहर
  • फ्रांस का बेहद गरीब इलाका है मायोट
फ्रांस के इस इलाके में आया भयंकर तूफान, चंद मिनटों में मकान बने मलबे, एक झटके में सब तबाह

नई दिल्ली: फ्रांस के हिंद महासागर वाले मायोत इलाके में शनिवार 14 दिसंबर 2024 को चक्रवात 'चिडो' ने भयंकर तबाही मचाई है. ज्यादातर गरीब इलाके वाले फ्रांस के इस हिस्से में 200km प्रति घंटे की रफ्तार से आए इस चक्रवात ने इस द्वीप के इलाके में सबकुछ तबाह कर दिया है. फ्रांसिसी मीडिय रिपोर्ट्स के मुताबिक इस तबाही में सैकड़ों लोग मौत की नींद सो चुके हैं. 

राष्ट्रपति का आया बयान
चक्रवात तूफान चिडो को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा,' मेरी संवेदनाएं मायोत में हमारे देशवासियों के साथ हैं, जिन्होंने सबसे भयावह कुछ घंटे झेले हैं. कुछ लोगों ने अपना सब कुछ खो दिया है, अपनी जान गंवा दी है.' वहीं मायोत ला1एरे नाम के एक फ्रांसीसी न्यूज चैनल पर एक अधिकारी ना कहा,' मुझे लगता है कि सैकड़ों लोग मारे गए हैं, शायद संख्या लगभग 1हजार के करीब हो सकती है या फिर हजारों में भी पहुंच सकती है.' बता दें कि यह 90 सालों में मायोट में आया अबतक का सबसे भयंकर चक्रवाती तूफान है. 

गरीब इलाका है मायोट 
बता दें कि मायोट अफ्रीका के तट से दूर दक्षिण-पूर्वी हिंद महासागर में स्थित है. यह यूरोपीय संघ और फ्रांस का सबसे गरीब इलाका है. यहां अवैध अप्रवासियों की संख्या भी काफी अधिक है. इस इलाके में लगभग 70 फीसदी से ज्यादा आबादी गरीबी रेखा से नीचे अपना गुजर-बसर करती है. यहां रहने वाले लोगों का आंकड़ा सही न होने के चलते चक्रवात में मरने वाले और घायल लोगों की सटीक संख्या का पता लगाना बेहद कठिन है. फ्रांस के गृह मंत्रालय ने रविवार 15 दिसंबर 2024 को कम से कम 11 लोगों के मरने और 250 से ज्यादा लोगों के घायल होने का पुष्टि की थी, हालांकि ये संख्या और बढ़ने की आशंका है. 

मकान बने मलबे 
फ्रांस के सरकारी एजेंसी के मुताबिक चक्रवात 'चिडो' ने रात में  200km प्रति घंटे की रफ्तार से मायोट लैंडफॉल किया. इस तूफान के प्रभाव से कई मकानों, 1 अस्पताल और सरकारी इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा है. मायोट में हर तरफ अस्थायी मकानों के मलबे दिख रहे हैं. यह इलाके फ्रांस के बाकी हिस्सों के मुकाबले बेहद गरीब है. ये जगह दशकों से सामाजिक अशांति और गैंग वॉर से जूझ रहा है. यहां 1 लाख से ज्यादा अप्रवासी रहते हैं. बता दें कि मायोट एक मुस्लिम बहुल जमीन है. यहां मरने वालों को 24 घंटे के अंदर दफना दिया जाता है.   

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