नई दिल्ली: 17 साल बाद इंग्लैंड की टीम पाकिस्तान के दौरे पर गई है. दोनों टीमों के बीच 1 दिसंबर से रावलपिंडी में टेस्ट मैच शुरू होगा. पाकिस्तान की सरजमीं पर जैसे ही विदेशी टीम ने कदम रखा तुरंत आतंकी संगठन और कट्टरपंथी सक्रिय हो गए.
पाकिस्तान में एक भीषण आत्मघाती हमला हुआ जिसमें 3 लोगों की जान चली गई और 23 से ज्यादा लोग जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं.
बलूचिस्तान प्रांत में हुआ आत्मघाती हमला
पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) द्वारा पोलियो टीम की सुरक्षा के लिए जा रहे पुलिस कर्मियों के ट्रक को निशाना बनाकर बुधवार को किए गए एक आत्मघाती हमले में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, तथा 23 अन्य घायल हो गए. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.
प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने इस हमले की जिम्मेदारी है. वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घायलों में 20 सुरक्षा कर्मी भी शामिल हैं. अधिकारी के मुताबिक, यह आत्मघाती हमला तब हुआ, जब पोलियो टीकाकरण अभियान में शामिल कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस कर्मियों को ले जा रहा ट्रक क्वेटा के बलेली इलाके से गुजर रहा था.
‘डॉन’ अखबार ने क्वेटा के पुलिस उपमहानिरीक्षक गुलाम अजफर महेसर के हवाले से बताया, “हमला पुलिस ट्रक के पास हुआ, जिसके असर से पोलियो ड्यूटी में तैनात स्टाफ को सुरक्षा प्रदान करने जा रहे पुलिस कर्मियों का वाहन पलटकर खाई में गिर गया.” घटनास्थल पर संवाददाताओं से बातचीत में महेसर ने कहा, “अपराध स्थल के मंजर से और यह देखते हुए कि ट्रक पलट गया, अनुमान है कि हमले में 25 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया होगा.” धमाके की चपेट में कुल तीन वाहन आए.
बढ़ गईं शाहबाज सरकार की मुश्किलें
उन्होंने कहा कि यह एक आत्मघाती हमला था, क्योंकि मौके से एक आत्मघाती हमलावर के अवशेष बरामद हुए हैं और कम से कम तीन वाहन इसकी चपेट में आए. महेसर के मुताबिक, हमले में लगभग 20 पुलिस कर्मी और तीन नागरिक घायल हुए हैं. उन्होंने बताया कि घायल पुलिस कर्मियों में से दो की हालत गंभीर है. महेसर के अनुसार, पुलिस की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि एक रिक्शे में सवार आत्मघाती हमलावर ने पुलिस के ट्रक में टक्कर मार दी. उन्होंने बताया कि घायलों के इलाज के लिए प्राधिकारियों ने क्वेटा के अस्पतालों में आपातकाल की घोषणा कर दी है. प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने इस हमले की जिम्मेदारी है. टीटीपी ने दो दिन पहले ही सरकार के साथ संघर्ष-विराम को वापस लेते हुए अपने लड़ाकों से देशभर में हमले करने का आह्वान किया था.
टीटीपी ने कहा कि यह हमला अगस्त में अफगानिस्तान में अब्दुल वली उर्फ उमर खालिद खुरासनी की हत्या के प्रतिशोध में किया गया है. ‘जियो न्यूज’ के अनुसार, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस लक्षित हमले की निंदा करते हुए घटना की त्वरित जांच के निर्देश दिए हैं. शरीफ ने कहा, “देश से पोलियो वायरस को खत्म करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है और हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जब तक पोलियो को पूरी तरह से खत्म नहीं कर दिया जाता है.” उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान में पोलियो रोधी अभियान को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे बुरे तत्व हमेशा नाकाम होंगे.
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