नई दिल्ली. विश्व के सबसे शक्तिशाली देश के राष्ट्रपति को भी बंकर में शरण लेनी पड़ी. इस बात से ही समझा जाता है कि श्वेत-अश्वेत हिंसा अमेरिका में किस कदर फैली हुई है जिसकी लपटों ने व्हाइट हाउस को भी झुलसाने की कोशिश की. डोनाल्ड ट्रम्प जिस बंकर में छुपाये गए वह इतना मजबूत है कि उस पर किसी एटम बम का भी असर नहीं हो सकता.
बंकर में छुपाना पड़ा था डोनाल्ड ट्रम्प को
दुनिया के लिए हैरान करने वाला है ये समाचार. अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्यॉयड की मौत से पैदा हुए हिंसा के हालात अमेरिका में इतने नाक़ाबू हो गए कि अमेरिकी राष्ट्रपति पर भी हमला होने का डर पैदा हो गया था. व्हाइट हाउस को चारों तरफ से घेर चुकी भीड़ इतनी शक्तिशाली नज़र आई कि दुनिया के सबसे शक्तिशाली राजनेता को उनके घर के नीचे ही बंकर में छुपना पड़ा.
अमरीकी इतिहास की अविस्मरणीय घटना थी
अमरीका की स्वतंत्रता के बाद से अब तक ऐसा कभी नहीं हुआ था जो अब अश्वेत हिंसा के दौर में हुआ. हालात ऐसे थे कि राजधानी वॉशिंगटन सहित कई महानगरों में हिंसा की आग फ़ैल गई और सरकार को स्थिति को नियंत्रित करने हेतु कर्फ्यू लगाना पड़ा. अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष निवास व्हाइट हाउस के सामने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी एकत्र हो गए. हालत बेकाबू न हो जाये इस डर से राष्ट्रपति ट्रंप और उनके परिवार को व्हाइट हाउस के नीचे बने बंकर में ले जाया गया.
बहुत ख़ास है व्हाइट हाउस का ये बंकर
अमरीकी राष्ट्रपति की विशेष सुरक्षा के लिए बनाये गए इस बंकर में राष्ट्रपति और उनके परिवार के अलावा उनके कर्मचारी भी रह सकते हैं. विशेष तौर पर बनाया गया यह बंकर इतना शक्तिशाली है कि इसपर रॉकेट-मिसाइल तो असर करेगी ही नहीं, परमाणु बम का हमला भी इसका कुछ बिगाड़ नहीं सकता. इस बनकर में कई सारी गुप्त सुरंगें हैं जो राष्ट्रपति को कहीं भी ले जाने में सक्षम हैं. राष्ट्रपति के लिए लिविंग रूम, टीवी, कॉफ्रेंस रूम के अलावा कमांड रूम भी है जहां वो अपने विश्वस्त लोगों के साथ मीटिंग कर सकते हैं.
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