लंदन: यूके में एक ट्विटर यूजर को कोविड-19 के दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के लिए धन जुटाने वाले ब्रिटिश सेना के अधिकारी कैप्टन सर टॉम मूर के बारे में 'घोर आपत्तिजनक' ट्वीट पोस्ट करने के लिए 150 घंटे की सामुदायिक सेवा की सजा सुनाई गई है.
150 घंटे ये काम करने की मिली सजा
द नेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, ग्लासगो के 36 वर्षीय जोसेफ केली ने ट्विटर पर पोस्ट किया था कि 'एकमात्र अच्छा ब्रितानी सैनिक एक डीड है'. उन्हें इस साल जनवरी में लानार्क शेरिफ कोर्ट में एक मुकदमे के बाद संदेश भेजने का दोषी पाया गया और बुधवार को सजा के लिए अदालत में लौटना पड़ा.
शेरिफ एड्रियन कोट्टम ने उन्हें 18 महीने के पर्यवेक्षण और 150 घंटे के अवैतनिक काम के सामुदायिक भुगतान आदेश की सजा सुनाई.
शेरिफ कोट्टम के हवाले से कहा गया है, "सबूतों को सुनने के बाद मेरा विचार है कि यह एक घोर आपत्तिजनक ट्वीट था. प्रतिरोध वास्तव में लोगों को यह दिखाने के लिए है कि आपके द्वारा उठाए गए कदमों के बावजूद और मामलों को याद करने के लिए, जैसे ही आप नीला बटन दबाते हैं, बस यही है."
सोशल मीडिया को लेकर बना ये कानून
इस मामले ने यूके के नए कानून की ओर ध्यान आकर्षित किया है जो सोशल मीडिया यूजर्स को 'बेहद आक्रामक' संदेश भेजने के लिए मुकदमा चलाने की अनुमति देता है.
मूर यूके में एक राष्ट्रीय हस्ती बन गए जब उन्होंने अपने 100वें जन्मदिन से पहले अपने बगीचे में 100 चक्कर लगाए, एनएचएस के लिए 32 मिलियन पाउंड से अधिक जुटाए और उनके प्रयासों की मान्यता में रानी द्वारा उन्हें उपाधि दी गई.
रिपोर्ट में कहा गया है कि अपनी मौत के अगले दिन केली ने आपत्तिजनक ट्वीट किया था, जिसे उन्होंने 20 मिनट बाद हटा दिया. केली ने तब से खेद और पछतावा व्यक्त किया है.
संचार अधिनियम के तहत आरोप में कहा गया है कि केली ने सोशल मीडिया का उपयोग करके जनता के लिए एक पोस्ट किया जो 'बेहद आक्रामक या एक अश्लील या खतरनाक चरित्र था और जिसने कप्तान सर टॉम मूर, अब मृतक के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की'.
यह भी पढ़िए: पुतिन की 'परमाणु कोठी' में तबाही की तैयारी! दुनिया में क्या होने वाला है
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.