नई दिल्ली. पाकिस्तान और चीन मिल कर भारत को युद्ध के लिये न्योता देते नजर आ रहे हैं. ऐसे में इन दो बदतरीन देशों के जहरीले मन्सूबे नाकाम करने के लिये भारत के समर्थन में अपने-आप ही मददगार बन कर सामने आये हैं विश्व के दो बड़े ताकतवर देश - अमेरिका और जर्मनी
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दिया कड़ा संदेश
दुनिया का सबसे ताकतवर सामरिक राजनीति का संगठन है संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अमेरिका और जर्मनी भारत के खिलाफ पाकिस्तान और चीन के हमलावर इरादे को सीधे सीधे नाकाम करने के लिये सामने आ गये हैं. जर्मनी-अमेरिका ने भारत के साथ मजबूती से खड़े हो कर पाकिस्तान और चीन को कड़ा संदेश दे दिया है कि वे गलती करने की गलती न करें.
बयान जारी करने का प्रस्ताव हुआ खारिज
पाकिस्तान में कराची स्टॉक एक्सचेंज पर सोमवार को हुए आतंकी हमले पर चीन ने पाकिस्तान के हिमायती की भूमिका निभाई और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बयान जारी करने का प्रस्ताव लाने
की कोशिश की. लेकिन चीन की इस कोशिश को नाकाम कर दिया जर्मनी और अमेरिका ने. दोनो देशों ने चीन के इस प्रायोजित बयान को तुरंत पास नहीं होने दिया.
भारत को ठहराया हमले का दोषी
जर्मनी के बाद अमेरिका ने भी पाकिस्तान की हिमायत का चीनी प्रस्ताव अटका दिया. हुआ ये था कि पाकिस्तानी वजीरे आजम इमरान खान और उसके विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक आवाज में कराची स्टाक एक्सचेन्ज हमले के लिए भारत को दोषी ठहराया था.
ये भी पढ़ें. अब होगा हवाई हमला चीन पर, आ रहे हैं 33 जंगी विमान