भारत ने EU से किया कोविशील्ड-कोवैक्सीन को 'ग्रीन पास' योजना में शामिल करने का अनुरोध

भारत सरकार ने यूरोपियन यूनियन के सदस्य देशों से अपनी ग्रीन पास योजना में कोवैक्सीन और कोविशील्ड लगवाने वाले लोगों को छूट देने का अनुरोध किया है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 30, 2021, 11:04 PM IST
  • गुरुवार से प्रभावी हो रही है यूरोपियन यूनियन की ग्रीन पास योजना.
  • भारत की कोवैक्सीन और कोविशील्ड वैक्सीन को नहीं मिली है यात्रा छूट.
भारत ने EU से किया कोविशील्ड-कोवैक्सीन को 'ग्रीन पास' योजना में शामिल करने का अनुरोध

नई दिल्ली: यूरोपीय संघ (ईयू) ने अपनी ‘ग्रीन पास’ योजना के तहत यात्रा पाबंदियों में ढील दी है, वहीं भारत ने समूह के 27 सदस्य राष्ट्रों से अनुरोध किया है कि कोविशील्ड तथा कोवैक्सीन के टीके लगवा चुके भारतीयों को यूरोप की यात्रा करने की अनुमति देने पर वे अलग-अलग विचार करें. सूत्रों ने यह जानकारी दी.

भारत ने किया कोविन प्रमाण पत्र को मान्यता देने का अनुरोध
उन्होंने कहा कि भारत ने ईयू के सदस्य देशों से कहा है कि वह परस्पर विनिमय की नीति अपनाएगा और ‘ग्रीन पास’ रखने वाले यूरोपीय नागरिकों को अपने देश में अनिवार्य पृथक-वास से छूट देगा बशर्ते उसकी कोविशील्ड और कोवैक्सीन को मान्यता देने के अनुरोध को स्वीकार किया जाए. सूत्रों ने कहा कि भारत ने ईयू से अनुरोध किया है कि कोविन पोर्टल के माध्यम से जारी टीकाकरण प्रमाणपत्र को स्वीकार किया जाए.

गुरुवार से प्रभावी होगी ग्रीन पास योजना
यूरोपीय संघ की डिजिटल कोविड प्रमाणपत्र योजना या ‘ग्रीन पास’ योजना बृहस्पतिवार से प्रभाव में आएगी जिसके तहत कोविड-19 महामारी के दौरान स्वतंत्र आवाजाही की अनुमति होगी. इस रूपरेखा के तहत उन लोगों को ईयू के अंदर यात्रा पाबंदियों से छूट होगी जिन्होंने यूरोपीय चिकित्सा एजेंसी (ईएमए) द्वारा अधिकृत टीके लगवाये हैं. अलग-अलग सदस्य राष्ट्रों को उन टीकों को स्वीकार करने की भी स्वतंत्रता है जिन्हें राष्ट्रीय स्तर पर या विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अधिकृत किया गया है.

एक सूत्र ने कहा, 'हमने ईयू के सदस्य राष्ट्रों से अनुरोध किया है कि भारत में कोविड-19 रोधी टीकों कोविशील्ड और कोवैक्सीन की खुराक ले चुके लोगों को इसी तरह छूट देने पर वे अलग-अलग विचार करें तथा कोविन पोर्टल के माध्यम से जारी टीकाकरण प्रमाणपत्र को स्वीकार करें.'

भारत भी बनाएगा परस्पर विनिमय वाली नीति 
सूत्रों के अनुसार इन टीकाकरण प्रमाणपत्रों की वास्तविकता का सत्यापन कोविन पोर्टल पर किया जा सकता है. एक सूत्र ने कहा, 'हमने ईयू के सदस्य देशों को यह भी बताया है कि भारत भी ईयू डिजिटल कोविड प्रमाणपत्र की मान्यता के लिए ऐसी ही पारस्परिक विनिमय वाली नीति बनाएगा.'

ईयू देशों के पास होगा WHO द्वारा अधिकृत टीकों को स्वीकार करने का विकल्प
भारत में आशंका रही है कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन लगवाने वाले लोग यूरोपीय संघ की ‘ग्रीन पास’ योजना के तहत उसके सदस्य देशों की यात्रा के लिए पात्र नहीं होंगे. ईयू के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के पास कोविशील्ड जैसे विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अधिकृत टीकों को स्वीकार करने का विकल्प होगा.

विदेश मंत्री ने उठाया था ये मुद्दा 
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधि, जोसफ बोरेल फोंटेलेस के साथ बैठक के दौरान कोविशील्ड को ईयू के डिजिटल कोविड प्रमाणपत्र योजना में शामिल करने का मुद्दा उठाया था. इटली में जी20 की शिखरवार्ता से इतर यह बैठक हुई थी.

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