नई दिल्लीः पाकिस्तान के रोही, सुक्कुर में अपहरण के असफल प्रयास के बाद 18 वर्षीय एक हिंदू लड़की पूजा ओड की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई. फ्राइडे टाइम्स ने सिंधी मीडिया के हवाले से बताया कि लड़की ने हमलावरों के खिलाफ प्रतिरोध किया, जिसके बाद बीच सड़क पर उसे गोली मार दी गई.
जबरन कराया जाता है धर्म परिवर्तन
हर साल अल्पसंख्यक समुदायों से संबंधित कई महिलाओं, विशेष रूप से पाकिस्तान के सिंध में हिंदुओं का अपहरण किया जाता है और धार्मिक चरमपंथियों की ओर से उनका जबरन धर्म परिवर्तन किया जाता है.
6 साल में हुईं 156 धर्मांतरण की घटनाएं
पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय लंबे समय से जबरन विवाह और धर्मांतरण के मुद्दे का सामना कर रहे हैं. पीपुल्स कमीशन फॉर माइनॉरिटीज राइट्स और सेंटर फॉर सोशल जस्टिस के अनुसार, 2013 और 2019 के बीच जबरन धर्मांतरण की 156 घटनाएं हुईं.
सिंध में जबरन धर्मांतरण के खिलाफ नहीं बन सका कानून
साल 2019 में सिंध सरकार ने दूसरी बार जबरन धर्मांतरण और विवाह को गैरकानूनी घोषित करने का प्रयास किया, लेकिन कुछ धार्मिक प्रदर्शनकारियों ने यह तर्क देते हुए बिल का विरोध किया कि इन लड़कियों को धर्मांतरण के लिए मजबूर नहीं किया जाता है, बल्कि मुस्लिम पुरुषों के प्यार में पड़ने के बाद ऐसा किया जाता है. आखिरकार यह कानून नहीं बन सका.
उस वर्ष, दो बहनों रीना और रवीना के मामले ने राष्ट्रीय स्तर पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया, जब उनके परिवार ने दावा किया कि लड़कियों की शादी कम उम्र में हो गई थी और इसलिए वे इस तरह के निर्णय लेने के लिए सहमति देने में असमर्थ थीं.
पाक में 1.6 फीसदी हैं हिंदू
लड़कियों ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट को बताया कि उन्होंने स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन किया है. कोर्ट ने बहनों के पक्ष में फैसला सुनाया. पाकिस्तान सांख्यिकी ब्यूरो के मुताबिक, पाकिस्तान में हिंदू समुदाय की कुल जनसंख्या 1.6 प्रतिशत और सिंध प्रांत में 6.51 प्रतिशत है.
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