नई दिल्ली. प्रथम कोरोना वैक्सीन लांच करके रूस ने कोरोना से जारी जंग में दुनिया को पहली जीत हासिल कराई है. राष्ट्रपति पुतिन ने कोरोना वैक्सीन को मंजूरी देने के बाद अब अपने स्पूतनिक वी टीके की प्रशंसा की है और कहा है कि यह टीका पूरी तरह सुरक्षित भी है और प्रभावशाली भी.
''नियमों का पालन हुआ है''
राष्ट्रपति पुतिन आलोचनाओं के निशाने पर हैं. कहा जा रहा है कि उन्होंने सिर्फ दो माह में ही कुछ दर्जन लोगों पर परीक्षण के बाद दवा को स्वीकृति प्रदान कर दी थी. इन आलोचनाओं की उपेक्षा करते हुए पुतिन कहा है कि उन्होंने रूस की कोरोना वैक्सीन के निर्माण के समय नियमों का सख्ती से पालन करवाया है. उन्होंने कहा कि दुनिया की इस प्रथम वैक्सीन के नियम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप ही हैं.
टीके का भारत में उत्पादन सम्भव
इस खबर में अच्छी खबर ये भी है कि रूस चाहता है कि भारत में इस टीके का उत्पादन हो और इसके लिए दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत चल रही है. पुतिन ने स्पुतनिक वी टीके के बारे में आश्वस्त करते हुए वक्तव्य दिया है कि रूस के विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया है कि यह टीका स्थायी रूप से इम्युनिटी पैदा करता है और यह पूरी तरह से सुरक्षित भी है.
पुतिन की बेटी स्वस्थ है
पुतिन ने अपने टीके के सुरक्षित तथा सक्षम होने के लिए अपने परिवार की मिसाल देते हुए कहा है कि मेरी बेटी को भी यही टीका लगाया जा चुका है, उसके शरीर में एंटीबॉडी विकसित हुआ है और अब वह पूरी तरह से स्वस्थ है.
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