नई दिल्ली. ये सच है या नहीं, इसकी पड़ताल तो बाद में हुई लेकिन पहले तो इस बात ने मानवीय संवेदना को आघात पहुंचाया कि क्या सचमुच ऐसा हो सकता है? क्या सचमुच चीन की सरकार कोरोना से मुक्ति पाने के लिए इतना क्रूर कदम उठा सकती है?
खबर असल में ये थी
जो मूल जानकारी वायरल हुई उसके अनुसार चीन की सरकार मरीजों को मारकर कोरोना वायरस पर काबू पाना चाहती है. ये सोशल मीडिया की एक वायरल पोस्ट है जिसने चिंता पैदा कर दी कि क्या सचमुच चीन की सरकार ऐसा करने जा रही है? यदि ऐसा निर्मम कदम उठाया जा रहा है तो इसका एक सीधा अर्थ ये भी है कि कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं है.
एबीटीसी नाम है इस वेब साइट का
जिस वेबसाइट के माध्यम से यह खबर निकल कर सामने आई है उसका नाम है एबीटीसी. इस वेबसाइट को सिटी न्यूज़ नाम से भी जाना जाता है. इसमें छपे लेख में दावा किया गया है कि अपने ऐसे बीस हज़ार मरीज़ों को मारने के लिए सरकार ने अदालत से अनुमति मांगी है. इतना ही नहीं इस खबर से संबंधित संदेश अलग- अलग माध्यमों से आम लोगों तक पहुंच रहे हैं.
भ्रामक था ये दावा
मीडिया द्वारा जांच करने पर पाया गया कि चीन के अपने 20,000 मरीजो को मारने के लिए अदालत से से मांगी गई मंजूरी वाला ये समाचार पूरी तरह मिथ्या है और मात्र एक भ्रामक प्रचार से अधिक बिलकुल भी नहीं.