नई दिल्ली: पनामा पेपर मामले में दोषी पाए जाने के बाद हवालात में बंद नवाज शरीफ की तबीयत के ऊपर पाकिस्तान में बवाल मचा हुआ है. पिछले दिनों पाकिस्तान मुस्लिम लीग के नेता नवाज शरीफ की तबीयत काफी बिगड़ गई थी जिसके बाद सोमवार की सुबह उन्हें सर्विसेज अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसी बीच इमरान सरकार ने गंभीर रूप से बीमार नवाज पर टिप्पणी करते हुए कह डाला कि वे किसी के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी नहीं ले सकते. उन्होंने कहा कि वह खुद के ही स्वास्थ्य का पता नहीं तो वे किसी और की जिम्मेदारी कैसे ले सकते हैं.
इमरान सरकार पर षड्यंत्र रचने का आरोप
पाकिस्तान के लखपतकोट जेल में भ्रष्टाचार की सजा काट रहे नवाज शरीफ के वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट को उनके नाजुक हालात की जानकारी दी जिसके बाद शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय ने पाक सरकार को उनके स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेने का आदेश दिया. नवाज शरीफ पर अल अजीजिया मामले में भ्रष्टाचार के मामले साबित होने के बाद उन्हें सात साल की सजा सुनाई गई है. इस केस में नवाज शरीफ की बेटी मरियम शरीफ भी दोषी पाईं गईं हैं. नवाज शरीफ के तबीयत बिगड़ने के बाद पाकिस्तान में एक अलग ही राजनीतिक बयार बहने लगा है. मुस्लिम लीग के राजनेताओं ने इमरान सरकार पर नवाज शरीफ के मौत का षड्यंत्र रचे जाने के आरोप भी लगाने शुरू कर दिए हैं. सरकार लगातार इन विवादों में घिरती जा रही है.
नवाज को जहर दे कर मारने की हो रही कोशिश
पिछले दिनों विपक्ष के लगातार दबाव बनाए जाने के बाद मरियम को नवाज के साथ रहने की अनुमति प्रदान कर दी गई. इससे पहले नवाज शरीफ के बेटे ने पाक सरकार पर नवाज शरीफ को जेल में जहर देने का आरोप लगाया था. उन्होंने लंडन में रहते हुए ट्वीट किया कि नवाज शरीफ को जेल में जहर देकर मारने की कोशिश की जा रही है. इसके साथ ही पाकिस्तान की इमरान सरकार सतर्क हो गई. लाहौर के सैनिक अस्पताल में भर्ती नवाज शरीफ का प्लेटलेट्स अब 45,000 से गिरकर 25,000 पर आ गया है और डॉक्टरों के मुताबिक उन्हें सांस लेने में भी परेशानी होने लगी है.
Doctors can't discharge Nawaz Sharif due to serious health risk
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— ANI Digital (@ani_digital) October 29, 2019
पनामा पेपर मामले में नप सकती हैं कुछ और हस्तियां
दरअसल, पाकिस्तान के राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि पनामा पेपर मामले में पाकिस्तानी पूर्व पीएम नवाज शरीफ के अलावा कई और लोग नप सकते हैं. इसलिए इमरान सरकार उन लोगों को कानूनी कारवाई से बचाने के लिए नवाज शरीफ को साजिश के तहत निपटाने की कोशिश कर रही है. हालांकि इस बात के कोई ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं और जब तक नहीं मिल जाते, यह बस एक चर्चा मात्र ही है.
क्या है पूरा मामला
मालूम हो कि नवाज शरीफ, बेटी मरियम और दामाद मोहम्मद सफदर पर अल-अजीजिया, एवनफील्ड प्रॉपर्टीज और फ्लैगशीप इंवेस्टमेंट मामले पर केस चल रहा था. जुलाई 2018 में एवनफील्ड मामले में दोषी पाए जाने के बाद नवाज परिवार को सजा सुना दी गई थी. नवाज शरीफ को 11 वर्ष, मरियम को 8 वर्ष और दामाद सफदर को 1 वर्ष की सजा सुनाई गई थी. हालांकि इस्लामाबाद हाइकोर्ट में अर्जी के बाद उन्हें जमानत भी दे दी गई. दिसंबर 2018 में अल-अजीजिया स्टील मिल्स केस में आखिरकार फिर से पाकिस्तानी पूर्व पीएम को सात साल की सजा का आदेश जारी कर दिया गया था जिसकी सजा फिलहाल वे काट रहे थे. इसी दौरान नवाज शरीफ की सेहत में बार-बार गड़बड़ी की खबरें मिलती रहीं.