हिंदुस्तान में खुशहाली, लेकिन बदहाल है पाकिस्तान! यहां पढ़ें: 7 बड़े सबूत

भारत में दिवाली की रौनक है, बाजार सजे हुए हैं. हर कोई खुशियां बांट रहा है. लेकिन हमारा पड़ोसी मुल्क कंगाली के आंसू रो रहा है. पाकिस्तान की कंगाली और फटेहाली के बारे में बस इतना समझ लीजिए किसी तरह 2 पैसे आ जाए इसके लिए वो किसी भी हद तक गिरने को तैयार है.  

Last Updated : Oct 26, 2019, 03:52 PM IST
    • पाकिस्तान में सरकार की टैक्स वसूली नीति और लूट ने वहां के लोगों की कमर तोड़ रखी है
    • FATF ने पाक को सुधरने के लिए फरवरी 2020 तक का मौका दिया गया है
हिंदुस्तान में खुशहाली, लेकिन बदहाल है पाकिस्तान! यहां पढ़ें: 7 बड़े सबूत

नई दिल्ली: हिंदुस्तान में खुशियों का त्योहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है, हर कोई खरीदारी कर रहा है, मिठाई, पर्व मनाने की जोरों शोरो से तैयारी कर रहा है. पूरा भारत जगमग हो उठा है. लेकिन हमारा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान बदहाली का दंश झेलने को मजबूर है. इसके पीछे वहां के हुक्मरान इमरान फेंकू खान सबसे बड़े जिम्मेदार हैं. 

आपको पाकिस्तान की बदहाली के पांच अहम सबूत दिखाते हैं. जिससे उसकी असल हालत को समझने में खासा मदद मिलेगी.

सबूत नंबर 1
चरम पर है महंगाई का आलम

पड़ोसी मुल्क में सरकार की टैक्स वसूली नीति और लूट ने वहां के लोगों की कमर तोड़ रखी है. पाकिस्तान में महंगाई का आलम ये है कि वहां हर कोई अपनी छाती पीटने को मजबूर हो गया है. 

नीच देखें हालात-

पाकिस्तान में दूध 140 रुपये लीटर बिक रहा है

प्याज की कीमतें 100 रुपये प्रति किलो के पार है

पाक में अंडा 150 रुपये दर्जन तक बिक रहा है

पड़ोसी मुल्क में पेट्रोल 110 रुपये प्रति लीटर के पार है

यहां डीजल करीब 100 रुपये प्रति लीटर है

बिजली की कीमतों में भी इसी महीने भारी इजाफा किया गया है. 2 अक्टूबर को बिजली की कीमतों में 1 रुपये 86 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी कर दी गई है.

जिस मुल्क के लोग पाई-पाई को मोहताज हैं उस मुल्क में महंगाई इतनी बढ़ जाए तो लोग भला कैसे जी पाएंगे. ये पाकिस्तान की बदहाली का सबसे बड़ा सबूत है.

सबूत नंबर 2

हालात देखकर किसी को भी आ जाए तरस

कभी-कभी तो पाकिस्तान के लोगों की हकीकत देखकर तरस भी आती है. ये वही मुल्क है जो कभी भारत का हिस्सा हुआ करता था. लेकिन हिंदुस्तान से अलग होने के बाद 70 सालों में क्या हालत हो गई? अब हालात तो ऐसे हो गए हैं कि पाकिस्तान को भीख मांगने पर भी नहीं मिल रही है. फाइनेशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने उसे ग्रे लिस्ट में डाला हुआ है. उसे सुधरने के लिए फरवरी 2020 तक का मौका दिया गया है. और अगर इस बार वो नहीं सुधरा तो उसे ब्लैक लिस्ट में जाना तय है. 

सबूत नंबर 3

किसी भी हद तक गिरने को तैयार है पाक

सिखों के पहले गुरु श्री गुरुनानक देव की सिद्ध स्थली करतारपुर साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं को भी पाकिस्तान बख्शने को तैयार नहीं है. करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच समझौता तो हो गया लेकिन पाकिस्तान ने शर्त लगा दी कि हर श्रद्धालु से वो फीस के तौर पर 20 डॉलर यानी तकरीबन 1400 रुपये लेगा. भारत सरकार ने पाकिस्तान से अपील की कि कम से कम श्रद्धालुओं से तो पैसे मत वसूलो. लेकिन पाकिस्तान मानने के लिए तैयार नहीं है. इसके पीछे एस वजह उसकी फटेहाली भी है. पाकिस्तान पूरी तरह से कंगाल हो चुका है, अब भारत के श्रद्धालुओं से पैसे वसूल कर वो अपनी जेब गरम करना चाहता है.

सबूत नंबर 4

आम नागरिक पैसे-पैसे के लिए मोहताज

आज पाकिस्तान की हालत ऐसी हो गई है कि वहां के लोग पाई-पाई के लिए मौहताज हो गए हैं. पड़ोसी मुल्क का हर आम नागरिक बदहाली का शिकार होता जा रहा है. हिंदुस्तान की खुशहाली का एक बड़ा उदाहदरण ये भी है कि यहां रितिक रोशन और टाइगर श्राफ की फिल्म 400 करोड़ रुपये से ज्यादा कमा लेती है. लेकिन पाकिस्तान की फिल्में तो दूर वहां के लोग दो वक्त की रोटी भी पेटभर के नहीं खा पा रहे हैं. ऐसा हम नहीं बोल रहे हैं. ये कहना पाकिस्तान के लोगों का ही है कि पाकिस्तान की फिल्में अगर 400-500 करोड़ रुपए नहीं कमाती तो इसके पीछे की वजह ये है कि उनके पास इतने पैसे ही नहीं हैं. एक बार तो एक पाकिस्तानी ने फिल्म देखने के लिए टिकट के विंडो पर झोली भर के अनाज रख दिया और बोला कि इसके बदले में फिल्म का टिकट दे दो. ऐसे वाकये इस बात पर मुहर लगाते हैं कि पाकिस्तान और वहां रह रहे लोगों की क्या हालत है.

सबूत नंबर 5

दहशतगर्दी से बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान

पाकिस्तान की ये हालत हो गई है पाकिस्तान कि मुल्क के भीतर ही वहां की सरकार और वजीर-ए-आलन का मजाक उड़ाया जा रहा है. देश की बदहाली पर माथा पीटा जा रहा है. दिलचस्प तो ये है कि ऐसा जर्जर मुल्क जो जायरीनों से फीस वसूल रहा है वो परमाणु युद्ध की धमकी की जुमलेबाजी से भी बाज नहीं आ रहा है. पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख राशिद ने हाल ही में ये कहा था कि पाकिस्तान के पास एक-एक पाव का एटम बम है. वो कह रहे हैं कि अब अगर भारत-पाक युद्ध हुआ तो बेहद खौफनाक होगा. जिस देश की सरकार अपनी आवाम का पेट भर पाने के काबिल नहीं है वो देश युद्ध की धमकी देता है, इससे हंसी भी आती है और तरस भी खाने को जी करता है.

सबूत नंबर 6

कंगाल घोषित होने की कगार पर खड़ा है पाक

पाकिस्तान की आवाम रो रही है, लेकिन मियां इमरान को अपने लोगों की कतई परवाह नहीं है. वहां के हुक्मरान अपनी जर्जर होती जमीनी सच्चाई को समझने के लिए तैयार ही नहीं हैं. वो कभी औरंगजेब काल की जीडीपी गिनाते हैं, क्योंकि उस वक्त इमरान खान का भूत औरंगजेब के आस-पाल डोल रहा था. और इतने से पेट नहीं भरता तो वो भारत को परमाणु युद्ध की धमकी देने में अपना वक्त जाया करते रहते हैं. लेकिन अपने अवाम की तंगहाली की उन्हें चिंता नहीं हैं. उन्हें सिर्फ मगरमच्छ के आंसू बहाने आते हैं. और कश्मीर का राग अलाप कर दुनिया में झूठ का नंगा नाच करने आता है. अगर यही हाल रहा तो कुछ समय बाद पाकिस्तान कंगाल देश घोषित हो जाएगा.

सबूत नंबर 7

PoK से कब्जा हटाना तो पड़ेगा

पाकिस्तान एक तरफ तो कश्मीर का राग अलापता रहता है, लेकिन खुद के कब्जे वाले कश्मीर यानी PoK में कहर बरपाता रहता है. लोगों की हत्या करवाता है, उनपर लाठी बरसाता है. कश्मीर भारत जैसे शक्तिशाली देश का अभिन्न हिस्सा है. ऐसे में बेहतर तो ये है कि पाकिस्तान PoK को भी भारत को सौंप दे. पीओके भारत का ही है, लेकिन भारत का हिस्सा हो जाएगा तो वहां की जनता को भी पाकिस्तानी सेना के जुल्मों सितम से निजात मिलेगी. क्योंकि पूरी दुनिया को पता है कि वैश्विक मंदी की आशंका के बीच भारत ही वो मुल्क है जिसके पास विकास दर को मजबूती से बनाए रखने का माद्दा है.

दिलचस्प ये है कि पाकिस्तानी हुक्मरानों कि धमकी को खुद पाकिस्तान के लोग ही सीरियसली नहीं ले रहे, तो भारत क्या लेगा. भारत ही वो देश है जिसकी मदद से पाकिस्तान की दुश्वारियां खत्म हो सकती हैं. लेकिन जिस मुल्क को अपनी आवाम की परवाह ही नहीं है, वो बदहाल हो भी गया तो मियां इमरान को इससे क्या मतलब, नए पाकिस्तान के नाम पर उन्होंने अपने आवाम को गजब का बेवकूफ बनाया है.

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