नई दिल्ली: देश में नागरिकता कानून का विरोध जारी है और पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार जारी है. पाकिस्तान में हिंदू-और सिखों को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है. ऐसे ही सताए अल्पसंख्यकों के लिए भारत सरकार ने कानून बनाया लेकिन यहां अभी भी इसके खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है.
अल्पसंख्यकों से क्रूरता पाकिस्तान का 'नागरिक शास्त्र'?
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में लगातार हिंदू और सिख लड़कियों को जबरन मुसलमाना बनाया जा रहा है. उनका अपहरण किया जा रहा है और उसके खिलाफ बोलने वालों को प्रताड़ित किया जा रहा है. ऐसे में उनके पबास पाकिस्तान छोड़ने के अलावा कोई और चारा नहीं बच रहा.
क्या है पूरा मामला?
- सिख नेता राधेश सिंह ने पाकिस्तान छोड़ा
- राधेश पाकिस्तान के एक बड़े सिख नेता
- राधेश ने पेशावर से 2018 का चुनाव निर्दलीय लड़ा था
- राधेश को इसके बाद से धमकियां मिल रही थी
- राधेश ने अपने परिवार की जान बचाने के लिए पाकिस्तान छोड़ा
- अभी किसी अज्ञात स्थान पर रह रहे हैं राधेश
- देश के सिख नेताओं ने राधेश की मदद करने की अपील की
- विदेश मंत्री जयशंकर इस मामले में दखल दें- मनजिंदर सिरसा
ताजा मामला पाकिस्तान के एक बड़े सिख नेता राधेश सिंह का हैं. उनको पाकिस्तान में लगातार धमकी मिल रही थी. ऐसे में उनके पास अपनी और अपने परिवार की जान बचाने के लिए पाकिस्तान छोड़ने के अलावा कोई और चारा नहीं बचा था. मजबूरन उन्होंने पाकिस्तान छोड़ना पड़ा.
वहीं अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने भारत के विदेश मंत्री से इस मामले में दखल देने की मांग की है. उन्होंने इसके लिए ट्वीट करते हुए लिखा कि यह अब वैश्विक सिखों के लिए चिंता का विषय है और हम सभी को पाकिस्तान के सिख समुदाय के समर्थन में एकजुट होना चाहिए. मैं आग्रह करता हूं विदेश मंत्री एस. जयशंकर जी इस मुद्दे पर दखल दें.'
This is now a matter of concern for global Sikhs and we all must stand united in support of Sikh community of Pakistan
I urge @DrSJaishankar Ji to address this issue at the very earliest with his counterparts in Pakistan@ANI @punjabkesari @TimesNow @ABPNews @BBCBreaking https://t.co/rKbSj2KHez— Manjinder S Sirsa (@mssirsa) January 21, 2020
अब आपको पाकिस्तान की करतूत का पूरा इतिहास समझाते हैं. कि आखिर कब-कब पाकिस्तान ने अल्पसंख्यकों के साथ दोहरा चरित्र अपनाया, जिसके लिए उसे लगातार लताड़ लगती है. आंकड़ों से समझिए पाकिस्तान का हाल.
अल्पसंख्यकों पर पाकिस्तान को कब-कब लताड़?
दिसंबर 2019
- यूएन की रिपोर्ट- इमरान सरकार में अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़े
- अल्पसंख्यकों पर हमले के लिए कट्टरपंथी विचारों को बढ़ावा- रिपोर्ट
- पाकिस्तान में हिंदू-ईसाइयों पर सबसे ज्यादा खतरा- रिपोर्ट
- रिपोर्ट का नाम 'पाकिस्तान: धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला' रखा गया
- पुलिस और न्याय व्यवस्था का रवैया अल्पसंख्यकों के प्रति भेदभावपूर्ण- रिपोर्ट
- हर साल सैकड़ों अल्पसंख्यक बच्चियों का जबरन धर्मांतरण - रिपोर्ट
नवंबर 2019
- पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर अमेरिका ने चिंता जताई
- पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता कानून का हनन- अमेरिका
- अमेरिका ने पाकिस्तान में अहमदिया मुसलमानों की स्थिति पर भी चिंता जताई
अक्टूबर 2019
- पाकिस्तान ने अहमदी मुस्लिमों की 70 साल पुरानी मस्जिद गिराई
- पाकिस्तान संसद ने 1974 में अहमदियों को गैरमुस्लिम घोषित किया था
- पाकिस्तान में अहमदी मुस्लिमों की धार्मिक यात्रा पर प्रतिबंध
अगस्त 2019
- अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, संयुक्त राष्ट्र में चीन और पाकिस्तान को लताड़
- UNSC में ईसाइयों, अहमदियों, उग्यूरों और अन्य जातियों पर अत्याचार की ज़िक्र
आसिया बीबी केस और ईश निंदा कानून
- 2009 में आसिया बीबी पर ईशनिंदा का आरोप लगा
- 2010 में निचली अदालत में दोषी करार दिया गया
- 2010 में आसिया को मौत की सजा सुनायी थी
- 2014 लाहौर हाईकोर्ट ने फैसले को बरकरार रखा
- 2019 आसिया बीबी को सुप्रीम कोर्ट ने बरी किया, कट्टरपंथी नाराज़
- मई 2019 में आसिया बीबी ने पाकिस्तान छोड़ा
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी
- 2015 में पाकिस्तान SC ने ईशनिंदा कानून में 'बेहतरी' की मांग को जायज़ बताया
- कानून में बेहतरी की मांग करने में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं- पाकिस्तान SC
सितंबर 2018
- इमरान खान ने कट्टरपंथियों के दबान में अर्थशास्त्री को हटाया
- इमरान के सलाहकार और अर्थशास्त्री डॉ. आतिफ मियां अहमदिया होने के शिकार
- इमरान ने डॉ. आतिफ मियां को आर्थिक परिषद से हटाया
- इमरान की अध्यक्षता वाली 18 सदस्यीय EAC में नियुक्ति की गई थी
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार
- धार्मिक स्वतंत्रता के मामले में पाकिस्तान सबसे खराब देश- USCIRF
- पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले- USCIRF
- अल्पसंख्यकों के कई क़ानून अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के मानकों का उल्लंघन
- ईश निंदा से जुड़े करीब दो तिहाई केस पंजाब प्रांत में दर्ज
- पंजाब प्रांत में अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े सबसे ज्यादा लोग
- धार्मिक स्वतंत्रता उल्लंघन मामले में अमेरिका से ब्लैकलिस्ट है पाकिस्तान
ये कोई पहला मामला नहीं है, हाल ही में पाकिस्तान की अल्पसंख्यक लड़कियों को जबरन उठा कर उनका धर्म परिवर्तन करा दिया जा रहा है. लेकिन मियां इमरान और उनके नेताओं की जुबान पर ताला जड़ा हुआ है.
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