नई दिल्ली. चीन जानता है कि उसकी हर साजिश भारत पहले से ताड़ जाता है. चीन भारत के खिलाफ टू फ्रंट वार तो शुरू कर सकता है जिसकी साजिश वह कर रहा है लेकिन उसकी थ्री फ्रंट वार की भी अवश्य होगी ताकि एक साथ तीन मोर्चों से भारत के ऊपर एक ही समय में आक्रमण किया जा सके. लेकिन शायद चीन भी जानता है कि नेपाल जैसे दुधमुहे बच्चे की इतनी हैसियत कहां कि मैदान में उतर कर अपने ताऊ से दो-दो हाथ करे. हां, पाकिस्तान इस बेवकूफी का हिस्सा बन कर बेमौत मारा जा सकता है.
पाकिस्तान के साथ टू फ्रंट वार अगेंस्ट इंडिया
पाकिस्तान के साथ टू फ्रंट वार अगेंस्ट इंडिया की चीनी साजिश का मतलब है - पाकिस्तान की दुम लगा कर चीन भारत के खिलाफ एक साथ दो मोर्चों से अपनी सेना की पतंग उड़ाने की ख्वाहिश पालना. चीन का जो नुकसान इस हिमाकत से होगा वो तो होगा, पाकिस्तान अगर इस साजिश में शामिल हुआ तो तबाह हो जाएगा.
गिलगित-बाल्टिस्तान का इस्तेमाल चीन करेगा
गिलगित-बाल्टिस्तान का इस्तेमाल चीन के द्वारा रणनीतिक भी होगा और सामरिक भी. चीन गिलगित-बाल्टिस्तान पर अपनी फौजें भारत के खिलाफ तैनात करके भारत को सामरिक चुनौती तो पेश करेगा ही, भारत के इस पाकिस्तान द्वारा कब्जियाये गए क्षेत्र में पाकिस्तान का अधिकार जताने की यह एक चीनी कोशिश भी सिद्ध होगी.
पाकिस्तानी सेना के बीस हज़ार जवान तैनात
चीन ने पाकिस्तान को भड़का कर भारत के खिलाफ अपनी टू फ्रंट वार वाली साजिश में शामिल कर लिया लगता है क्योंकि अचानक पाकिस्तान ने गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में अपनी सेना के बीस हज़ार जवान तैनात कर दिए हैं. पाकिस्तानी सैनिक जहां तैनात किये गए हैं वह क्षेत्र उत्तरी लद्दाख की सीमा के पास ही है. इतना ही नहीं चीन ने आजकल जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों के साथ मिल करके भी भारत विरोधी साजिश करनी शुरू कर दी है.ॉ
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