नई दिल्ली. दुनिया के मोस्ट वांटेड टेररिस्टों में शामिल मसूद अजहर का पता चल गया है और इसी के साथ ही फिर बेनकाब हो गया है पाकिस्तानी पीएम इमरान का झूठ. अब तो लगता है कि पकिस्तान के खिलाफ दो तरफ़ा कार्रवाई हो सकती है एक तो एफएटीएफ का आर्थिक प्रतिबंध दूसरा यूनाइटेड नेशंस में भारत की आतंकी वित्त-पोषण को लेकर आतंकिस्तान पर चढ़ाई.
खुफिया एजेन्सियों ने ढूंढ निकाल मसूद अजहर का पता
जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर के ठिकाने का पता चल गया है. खुफिया एजेंसियों की कोशिश कामयाब हुई और पकिस्तान का झूठ बेनकाब हुआ. पाकिस्तान का कहना था कि मसूद लापता है जबकि भारत की ख़ुफ़िया एजेंसियों ने बताया है कि वह पाकिस्तान के बहावलपुर शहर में छुपा बैठा है. एजेंसी की जानकारी के मुताबिक़ मसूद अजहर बहावलपुर शहर मुख्यालय के रेलवे लिंक रोड पर कड़ी सरकारी सुरक्षा के बीच चूहे की तरह बिल में छुपा हुआ है.
मसूद के तीन ठिकानों का पता चला
एक तरफ तो पाकिस्तान सरकार का कहना है कि उसे अजहर के ठिकाने की जानकारी नहीं है दूसरी तरफ जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक़ मसूद पाकिस्तान सरकार की सुरक्षा में एक ऐसे घर पर छुपाया गया है जहां उस पर किया जाने वाला बम का हमला भी बेअसर होगा. भारतीय एजेंसियों ने मसूद अजहर के तीन दूसरे ठिकानों का पता लगा लिया है जो उसी प्रांत में हैं.
बहावलपुर में ही हैं तीनो ठिकाने
मसूद अजहर के तीनों ठिकाने बहावलपुर शहर में ही पाए गए हैं जिनमे से एक कैसर कॉलोनी में है, दूसरा खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू इलाके में स्थित बिलाल हब्शी मदरसे में है और तीसरा लक्की मारवत स्थित मदरसा मस्जिद-ए-लुकमान में स्थित है. अब यह खबर पाकिस्तान पर भारी पड़ सकती है क्योंकि एफएटीएफ उस पर सीधी वित्तीय कार्रवाई कर सकता है. इस खबर को आधार बना कर एफएटीएफ पेरिस में इस हफ्ते पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में कैद कर सकता है.
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