नई दिल्ली. इस देश का नाम है नीदरलैंड्स. इस देश में रहने वाले लोगों की संख्या एक करोड़ इकत्तर लाख है जबकि चीन की जनसंख्या एक अरब पैंतालिस करोड़ है. लगभग चीन से सौ गुना कम जनसंख्या वाला ये देश कोरोना मौतों के मामले में चीन से आगे निकल गया है. ये चीनी वायरस इतना घातक शायद इसलिए भी हो गया इस देश के खिलाफ क्योंकि सही वक्त पर सही कदम यहां उठाये नहीं गए.
कोरोना से ग्रस्त है एक चौथाई आबादी
आज की तारीख में दुनिया में कोरोना संक्रमण से चौंतीस लाख लोग पीड़ित हुए हैं और सवा दो लाख लोगों की जान गई है. खुद कोरोना कंट्री चीन में बयासी हज़ार लोग पीड़ित हुए और चार हज़ार छह सौ लोगों की जान गई. ऐसे में एक ऐसा छोटा सा देश जिसकी जनसंख्या चीन से लगभग सौ गुना कम है अपनी एक चौथाई जनसंख्या को कोरोना संक्रमण से ग्रस्त देख कर भी कुछ कर नहीं पा रहा है.
कोरोना से मरे हैं चीन से ज्यादा लोग
नीदरलैंड्स में कोरोना से मरने वालों की संख्या लगभग चार हज़ार सात सौ से अधिक है और ये आंकड़ा चीन की कोरोना मौतों से अधिक है. चीन में इस संक्रमण से मरे लोगों की संख्या 4633 है जबकि इस यूरोपीय देश नीदरलैंड्स में अब तक 4,711 कोरोना मौतें हो गई हैं.
छोटा है पर समृद्ध है नीदरलैंड्स
नीदरलैंड्स क्षेत्रफल और जनसंख्या में तो छोटा है किन्तु अहमियत के धरातल पर एक बड़ा और महत्वपूर्ण देश है. इस समृद्ध देश के एक शहर हेग में इंटरनेशनल कोर्ट है जहां दुनिया के विवादास्पद मामलों की सुनवाई होती है. क्षत्रफल की दृष्टि से यह 41,865 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है जबकि चीन का क्षेत्रफल 95,96,961 वर्ग किलोमीटर का है. इस तरह देखा जाए तो चीन से क्षेत्रफल के मामले में नीदरलैंड्स लगभग 229 गुना छोटा है.
दस छोटे देश कोरोना मौतों में आगे निकले
नीदरलैंड्स की क्या बात करें, यूरोप का ही एक देश जो कि आकार में चीन से 312 गुना छोटा है कोरोना मौतों के मामले में चीन से काफी आगे निकल गया है. इस देश का नाम है बेल्जियम जहां कोरोना वायरस से अब तक 7,501 मौतें हो गई हैं. एक ज़माने में जब नीदरलैंड्स का नाम हॉलैंड था और इसके निवासी डच कहलाते थे उस समय दुनिया के कई देशों में हॉलैंड का राज था. उस हॉलैंड का एक हिस्सा उस समय बेल्जियम भी हुआ करता था.