मॉस्को: यूक्रेन युद्ध के बीच रूस ने सबसे शक्तिशाली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक परमाणु मिसाइल आरएस -28 Satan II का टेस्ट किया है. इसने नाटो और सभी यूरोपीय देशों की धड़कनें बढ़ा दी हैं क्योंकि पुतिन का यह नया हथियार बेहद घातक है. दावा है कि यह मिसाइल एक साथ 12 वारहेड ढोने में सक्षम है. इसके एक हमले में ही फ्रांस और ब्रिटेन जैसा एक पूरा विशाल देश बर्बाद हो सकता है. यह परीक्षण ऐसे समय किया गया है, जब यूक्रेन को लेकर मास्को-पश्चिम देशों के बीच तनाव तेजी से बढ़ता जा रहा है.
देश के रक्षा मंत्रालय के हवाले से कहा कि मिसाइल को उत्तर पश्चिमी रूस के आर्कान्जेस्क क्षेत्र में प्लासेत्स्क राज्य परीक्षण कॉस्मोड्रोम में एक साइलो से दागा गया था. एक बयान में कहा गया है कि प्रशिक्षण आयुध कामचटका प्रायद्वीप के कुरा परीक्षण मैदान में किया गया और कार्य पूर्ण रूप से पूरा हुआ. मिसाइल ने टेस्ट वारहेड्स ने कुरा फायरिंग रेंज में 3,600 मील दूर लक्ष्य को निशाना बनाया.
क्या है इस मिसाइल की ताकत
इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल की मारक क्षमता लगभग 11,200 मील (18024 किलोमीटर) है. परमाणु-सक्षम सरमत आरएस -28 को दुनिया की सबसे लंबी दूरी की अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल कहा जाता है. वहीं इसके 12 वारहेड हैं, यानी इसमें एक साथ 12 परमाणु बम लोड किए जा सकते हैं. इस मिसाइल की लंबाई 116 फीट. वजन 208 टन और परिधि 10 फुट है.
मिसाइल है पुतिन की धमकी
इस टेस्ट को एक तरह से नाटो के लिए पुतिन की धमकी माना जा रहा है. पुतिन ने प्रक्षेपण को रूस की सेना के लिए 'बड़ी, महत्वपूर्ण घटना' बताया है. रूसी नेता का दावा है कि उनकी मिसाइल किसी भी मौजूदा रक्षा प्रणाली से बच सकती है. उन्होंने शीर्ष रक्षा अधिकारी के साथ एक ऑनलाइन बैठक में कहा कि सरमत रूसी सशस्त्र बलों की युद्ध क्षमता को मजबूत करेगा, रूस को बाहरी खतरों से बचाएगा. हालांकि अमेरिका ने परीक्षण को 'नियमित' बताया और किसी भी वैश्विक खतरे को खारिज कर दिया.
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