नई दिल्लीः अफगानिस्तान एक बार फिर आतंकी हमले से दहशत हो गई है. तालिबान के साथ शांति वार्ता के बावजूद आतंकी हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. रविवार को दो अलग-अलग बम धमाकों में 34 लोगों की मौत की खबर सामने आई है. पहला हमला अफगानिस्तान में एक सैन्य अड्डे को निशाना बनाकर किया गया, जबकि, दूसरे हमले में प्रांतीय परिषद के प्रमुख को मारने की कोशिश की गई.
प्रवक्ता ने की पुष्टि
जानकारी के मुताबिक, अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के एक अधिकारी ने बताया कि रविवार को पूर्वी प्रांत के गजनी शहर के बाहरी इलाके में एक आतंकी ने विस्फोटकों से भरी कार में पब्लिक प्रोटेक्शन यूनिट (सुरक्षा बलों की टुकड़ी) के पास धमाका कर दिया.
इस हमले में 31 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई और 24 अन्य घायल हो गए. आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक एरियन ने आतंकी हमलों की पुष्टि की. हालांकि, उन्होंने हताहतों की संख्या नहीं बताई.
आतंकियों ने सैन्य बेस को बनाया निशाना
अफगानिस्तान के पूर्वी गजनी प्रांत में अधिकारियों ने बताया कि हमलावार विस्फोटकों से भरी सैन्य गाड़ी को सैन्य कमांडो अड्डे पर ले गया और उसमें विस्फोट कर दिया. इसमें 31 सैनिकों की मौत हो गई जबकि 24 अन्य जख्मी हो गए. गजनी अस्पताल के प्रमुख ने बताया कि मृतकों में सभी सैन्यकर्मी हैं. बताया जा रहा है कि आत्मघाती हमलावर ने कार को उड़ाने से पहले मिलिट्री बेस के गेट पर फायरिंग भी की.
प्रांतीय परिषद के प्रमुख के काफिले पर हमला
दक्षिणी अफगानिस्तान में अधिकारियों ने बताया कि जुबल में आत्मघाती हमलावर ने एक कार के जरिए प्रांतीय परिषद के प्रमुख के काफिले को निशाना बनाया. इस हमले में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और बच्चों समेत 12 अन्य जख्मी हो गए. प्रांतीय परिषद के प्रमुख रविवार को हुए हमले में बचे गए हैं और उन्हें मामूली चोटें आई हैं.
अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने गजनी में सुरक्षा बलो पर हुए हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. तालिबान की ओर से अभी तक इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है.
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