नई दिल्ली: कोरोना कंट्री के दो इरादे इस खबर से साफ़ बेनकाब होते हैं - एक तो जैविक हथियारों से दुनिया जीतने की नीयत और दूसरा परमाणु हथियारों से दुनिया पर राज़ करने की ज़हरीली चाहत और इन दोनों ही मंशाओं के पूरे होने का नतीजा है दुनिया की तबाही. अब भी चीन को दुनिया का खलनायक न कहा जाए तो क्या कहा जाए.
चीन ने चुपचाप किया परमाणु परीक्षण
दुनिया भर में कोरोना साजिश के सवालों से घिरे चीन ने किसी को भी संतोषजनक उत्तर देने की बजाये परमाणु परीक्षण करने को प्राथमिकता दी. दुनिया पर दारोगाई तो पहले ही चल रही है चीन की अब इस परमाणु परीक्षण से ये भी साबित हो रहा है कि चीन सारी दुनिया पर राज़ करने की विषैली चाहत को पाल रहा है.
सीआईए ने दी ये चौंकाने वाली खबर
चीन को लेकर चौंका देने वाली ये खबर अमरीकी ख़ुफ़िया एजेंसियों की मदद से बाहर आई है. इस ख़ुफ़िया खबर ने चीन के इरादों का भी राजफाश किया है जिसके अनुसार जहां दुनिया में चीनी वायरस तबाही मचा रहा वहीं चीन ने गुपचुप तरीके से एक परमाणु परीक्षण सम्पन्न किया है.
इस खबर के बाद अमेरिका ने कहा कि ऐसा करके चीन ने परमाणु विस्फोट पर प्रतिबंध के अंतरराष्ट्रीय करार का उललंघन किया है. ज़ाहिर है चोर कभी चोरी कबूल नहीं करना चाहता, चीन ने भी ऐसे किसी भी परीक्षण से इन्कार किया है.
अमेरिका और चीन के बीच हुई टकराव की शुरुआत
पहले ही अमेरिका चीन पर कोरोना-काण्ड की साजिश का आरोप खुल्लेआम लगा रहा था. अब तो उसको कोरोना कंट्री पर हमलावर होने का एक और बड़ा कारण मिल गया है जिसके बाद अब इन दोनों वैश्विक महाशक्तियों में तनातनी और गहराने की आशंका बढ़ गई है.
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जहां, अमरीका का आरोप है कि चीन ने वूहान वायरस को सम्हालने में लापरवाही करके वैश्विक महामारी पैदा कर दी है वहीं चीन ने खुद को महामारी का जिम्मेदार मानने से इंकार करते नाराज़गी जताई है और अब फिर एक बार परमाणु परीक्षण का खुलासा होने के बाद चीन अमेरिका से उतना ही खफा है जितना अमेरिका चीन से.
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