यहां तो जगह ही नहीं बची, लाशों को दफ़नायें कहाँ ?

ये हाल है कोरोना काल का जहां कोरोना वास्तव में काल बन कर तांडव मचा रहा है और मरने वालों की लाइन लग गई है. बुरी हालत और बुरी तब हो गई जब पता चला कि लाशों को दफनाने की अब और जगह नहीं बची है..  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 23, 2020, 10:48 PM IST
    • अमेरिका के बाद दूसरे पायदान पर है यह दक्षिण अमेरिकी देश
    • पिछले 24 घंटे में मारे गए सवा हज़ार लोग
    • कब्रिस्तान नहीं बचे दफनायें किधर?
    • तीन लाख उन्तालीस हज़ार हुए हैं संक्रमित
यहां तो जगह ही नहीं बची, लाशों को दफ़नायें कहाँ ?

नई दिल्ली.  दुनिया की महामारी ब्राज़ील की त्रासदी बन गई है. मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है और मरने वालों को दफनाने वाली जगह कम पड़ती जा रही है. कोरोना का नया वैश्विक एपिसेंटर ब्राज़ील कोरोना संक्रमण के मामलों में रूस को पीछे छोड़ते हुए पूरी दुनिया में दूसरे पायदान पर पहुंच गया है. 

 

पिछले 24 घंटे में मारे गए सवा हज़ार लोग 

कोरोना ने अपना नया शिकार बनाया है ब्राजील को. रूस और ब्राजील ये दो देश हैं जो कोरोना संक्रमण के मामले में सबसे ऊपर दिख रहे हैं. ब्राज़ील कोरोना का नया निशाना है. पिछले दो दिनों में यहां  कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या बड़ी बुरी तरह बढ़ी है. इस दुर्दशा का आकलन सिर्फ इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां एक दिन में कोरोना ने 1179 लोगों की जान ले ली है.

कब्रिस्तान नहीं बचे दफनायें किधर?

हालत इतनी बुरी है कि मरने वालों के लिए दो गज जमीन अब उपलब्ध नहीं है इस देश में. ब्राजील का  सबसे बड़ा कब्रिस्तान पूरा भर चुका है और नए शव दफनाने के लिए जगह नहीं मिल पा रही है. स्थिति की भयावहता ऐसे समझी जा सकती है कि लोग अपने परिजनों के लाशें कब्रिस्तान के बाहर और सड़कों पर ही छोड़ कर लौटने लगे हैं. 

तीन लाख उन्तालीस हज़ार हुए हैं संक्रमित 

इस दक्षिण अमेरिकी देश में अब तक तीन लाख उन्तालीस हज़ार हुए हैं संक्रमित. कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा यहां साढ़े इक्कीस हज़ार को पार कर गया है. पिछली बार 12 मई को ब्राज़ील में सिर्फ एक दिन में 881 लोगों की जान गई थी. अधिकारियों का अनुमान बताता है कि ब्राजील में हालात अभी और बिगड़ सकते हैं.

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