नई दिल्ली: पाकिस्तान के पीएम इमरान ख़ान का कश्मीर पर नया ड्रामा बताते हैं. पाकिस्तान के 'नियाज़ी' इमरान खान ने टर्की के राष्ट्रपति की कार चलाई. जिससे खुश होकर टर्की के राष्ट्रपति ने कश्मीर पर बदज़ुबानी की. लेकिन वो शायद अपनी औकात भूल गए.
अबकी बार, टर्की के राष्ट्रपति के लिए चलाई कार!
1. टर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन दो दिन के पाकिस्तान दौरे पर हैं.
2. गुरुवार को एर्दोगन के स्वागत के लिए पाकिस्तान के पीएम इमरान ख़ान उनके ड्राइवर बन गए.
3. इमरान खुद नूर खान एयरबेस उन्हें रिसीव करने पहुंचे और गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद इमरान ने खुद ही उनकी गाड़ी को ड्राइव किया, टर्की की चापलूसी का मकसद कश्मीर पर दुष्प्रचार करना था.
4. इमरान की इस चापलूसी से टर्की के राष्ट्रपति ने खुश होकर आज पाकिस्तान के संसद में भारत के खिलाफ बदजुबानी की.
5. इमरान के सामने एर्दोगन ने कश्मीर को अहम बताया ये भी कहा कि ज़मीन पर खींची लकीर दुनिया के मुसलमानों को अलग नहीं कर सकती.
टर्की के इस समर्थन से इमरान खुश हो गए. उन्हें गलतफहमी भी हुई होगी कि वो मोदी के बराबर के लीडर हैं. तो आज इस रिपोर्ट में इमरान की ये गलतफहमी हम दूर कर देते हैं. इसके अलावा टर्की को भी बदजुबानी पर हिंदुस्तान से चेतावनी कड़ी मिलेगी.
दुश्मन को बहुत महंगा पड़ेगा कश्मीर पर ड्रामा!
टर्की के राष्ट्रपति रिसेप तैयप एर्दोगान ने कहा, "पाकिस्तान की आवाम ने अपना पेट काटकर, जिस तरह हमारी मदद की, हम कभी भी इसको नहीं भूल सकते न ही भूलेंगे और इस वक्त कश्मीर भी हमारे लिए वही है जो आपके लिए था, पाकिस्तान का दुख-दर्द हमारा दुख-दर्द, पाकिस्तान की खुशी हमारी खुशी है, उसकी कामयाबी हमारी कामयाबी है."
एर्दोगन की इस गुस्ताखी पर टर्की को हिंदुस्तान सबक सिखाएगा, ये अब तय है. लेकिन इमरान को आज उनकी हैसियत बताना बहुत जरूरी है, कश्मीर पर दुष्प्रचार के लिए इमरान के ड्राइवर वाले ड्रामे पर जवाब देना बहुत जरूरी है.
मुंगेरीलाल के हसीन सपने
इमरान खान को लगता है कि वो कश्मीर पर टर्की का समर्थन हासिल करके दुनिया के सवा अरब मुसलमानों के एंबेसडर बन जाएंगे. मोदी के बराबर खड़े हो जाएंगे. पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कहा था कि दुनिया के सवा अरब मुसलमानों का एंबेसडर बनूंगा. तो पाकिस्तान के हित में हिंदुस्तान को आज मुफ्त में पहली नसीहत. इमरान खान अपनी गलतफहमी दूर कर लें. मोदी वर्ल्ड लीडर हैं तो इमरान सिर्फ एक 'ड्राइवर'. अगर अब भी यकीन ना हो तो पाकिस्तान दुनियाभर के बड़े नेताओं के साथ मोदी की दमदार दोस्ती आंखें खोलकर देख ले.
दुनिया का हर दिग्गज नेता मोदी को अपना करीबी दोस्त मानता है. यहां तक कि मुस्लिम देश भी मोदी का रेड कार्पेट वेलकम करते हैं. हाऊदी मोदी शो में मोदी-ट्रंप की दोस्ती को दुनिया ने हाल ही में देखा था और 24-25 फरवरी को केम छो ट्रंप से दोनों की दोस्ती एक बार फिर सुर्खियां बटोरेगी.
मोदी-ट्रंप की 'सुपरहिट दोस्ती'
राष्ट्रपति के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने इसे दौरे को लेकर कहा है कि "हां मैं भारत का दौरा कर रहा हूं. मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बात की है. वो मेरे दोस्त हैं और एक बेहतरीन इंसान हैं. मैं भारत जाने के लिए उत्सुक हूं."
इसलिए इमरान को मुफ्त में हमारी दूसरी सलाह पाकिस्तान की भलाई इसी में है कि वो कश्मीर पर नापाक राग बंद कर दे, वरना भारत वो हाल करेगा कि पाकिस्तान का वजूद मिटने से उसका दोस्त टर्की भी उसे नहीं बचा पाएगा.
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वैसे, टर्की की बात करें तो टर्की ने पिछले साल जब संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर पर पाकिस्तान का समर्थन किया था. तब टर्की से कूटनीतिक रिश्ते तोड़ते हुए पीएम मोदी ने टर्की की यात्रा तक रद्द कर दी थी और इस बार भी तय है कि टर्की को कश्मीर पर दखलंदाज़ी के लिए भारत माफी नहीं देगा. लेकिन यहां इमरान के लिए समझने वाली बात ये है कि इमरान ड्राइवर बनकर दुनिया में पाकिस्तान का मज़ाक क्यों उड़वा रहे हैं. क्योंकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है.
चार तस्वीरें देखिए
इमरान ने कल यानी 13 फरवरी को टर्की के राष्ट्रपति के स्वागत में कार चलाई. तो पाकिस्तान में कुछ पत्रकारों ने ट्विटर करके पूछा कि क्या इमरान ने अपना बिजनेस बदल लिया है. इससे पहले 22 जून 2019 को कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के लिए इमरान ड्राइवर बने तब भी लोगों ने उनका मज़ाक उड़ाया. उससे पहले इमरान ने 17 फरवरी 2019 को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की कार ड्राइव की थी. उस वक्त भी उनकी जगहंसाई हुई. और 6 जनवरी 2019 की बात करें तो यूएई शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के पाकिस्तान दौरे पर भी इमरान उनके ड्राइवर बन गए.
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उस वक्त भी लोगों ने इमरान को ताने मारे. हालांकि, बार-बार खिल्ली उड़ने पर भी इमरान को ये समझ नहीं आ रहा है कि वो एक देश के प्रधानमंत्री हैं और उन्हें इस पद की गरिमा का ख्याल रखना होगा. खैर, इमरान इस बार कश्मीर पर दुष्प्रचार के लिए ड्राइवर बने हैं. लेकिन इससे पहले वो कर्ज मांगने के लिए ड्राइवर बन चुके हैं.
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