क्यों होगा अब कोरोना पार्ट-2 चीन में?

यही समझने की कोशिश चीन के कोरोना विशेषज्ञ ने कि क्या क्या वजह हो सकती हैं, क्यों आएगा कोरोना पार्ट -2 चीन में ?

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 2, 2020, 12:59 AM IST
    1. तीन चौथाई लोग इम्म्यून हो चुके हैं
    2. वुहान में 90 फीसदी पुराने मरीज घातक
    3. वैक्सीन आने में विलम्ब होगा
    4. विमान सेवा भी घातक सिद्ध होगी
क्यों होगा अब कोरोना पार्ट-2 चीन में?

नई दिल्ली: चीन के लिहाज से ये खबर उसे आतंकित करने के लिये पर्याप्त है जो स्वयं चीन के वैज्ञानिकों के माध्यम से दुनिया में सामने आ रही है. चीन को अपने प्रथम कोरोना आउटब्रेक के बाद अब दूसरे कोरोना अटैक के लिये तैयार होना होगा और अबचीन के पास ज्यादा वक्त नहीं बचा है.

तीन चौथाई लोग इम्म्यून हो चुके हैं

गैब्रिएल लिउंग ने देश की सरकार और डॉक्टर्स को सावधान करते हुए बताया कि चीन में जितने लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे उनमें लगभग दो तिहाई लोग अब कोरोना वायरस से इम्यून हो चुके हैं. किन्तु बाकी  लोगों का क्या? लेउंग का कहने का अर्थ है कि इन मरीजों के शरीर में कोरोना वायरस के लिए प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो चुकी है लेकिन बाकी मरीज जो इम्म्यून नहीं हुए हैं वे दोबारा कोरोना के शिकार हो सकते हैं.

वुहान में 90 फीसदी पुराने मरीज घातक

वुहान को लेकर गैब्रिएल गंभीर चिंता व्यक्त करते हैं और कहते हैं कहते हैं कि चिंता का विषय ये है कि चीन में जितने मामले आए, उसके आधे केस वुहान शहर में थे. लेकिन यहां सिर्फ 10 फीसदी लोग ही कोरोना वायरस से इम्यून हो पाए हैं. इसका मतलब ये है कि अब भी हजारों लोगो ऐसे हैं जिन्हें कोरोना का संक्रमण दोबारा हो सकता है.

वैक्सीन आने में विलम्ब होगा

कोरोना विशेषज्ञ बेन काउलिंग ने आज की हालत में कोरोना की वैक्सीन के न होने को अफसोसजनक बताया और कहा कि कोरोना का इलाज वैक्सीन हो सकता है लेकिन वैक्सीन के बाजार में आने लगभग एक वर्ष का समय लग सकता है और इस दौरान एक साल में कोरोना वायरस के हमले खतरनाक हो सकते हैं.

विमान सेवा भी घातक सिद्ध होगी

यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ हैम्प्टन के रिसर्चर एंड्रयू टाटेम ने भी चीन के लिए अप्रेल के महीने को सतर्कता-समय के रूप में पेश किया. टॉटेम ने बताया कि जो देश चीन के करीब हैं और चीन में जिन देशों के नागरिकों की आवाजाही सबसे ज्यादा है, वहीं चीन के लिए सबसे बड़ा खतरा बन सकते हैं.

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हॉन्गकॉन्ग, सिंगापुर और ताइवान में पिछले एक हफ्ते में कोरोना के केस बढ़ गए हैं. इसलिए ज्यों ही चीन अपने हवाई अड्डे खोलेगा और अंतर्राष्ट्रीय विमान सेवाएं शुरू करेगा तब इस वायरस के फैलने का खतरा बढ़ जाएगा.

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