Chandigarh में होने जा रही वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ साइंस एंड मेडिसिन इन क्रिकेट की मेजबानी
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Chandigarh में होने जा रही वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ साइंस एंड मेडिसिन इन क्रिकेट की मेजबानी

Chandigarh News: कई वर्षों बाद चंडीगढ़ में सातवीं 'वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ साइंस एंड मेडिसिन इन क्रिकेट' की मेजबानी होने जा रही है, जिसका उद्देश्य क्रिकेट की गहरी समझ को उजागर करना है.

Chandigarh में होने जा रही वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ साइंस एंड मेडिसिन इन क्रिकेट की मेजबानी

पोवित कौर/चंडीगढ़: चंडीगढ़ में 3 से 5 नंवबर तक सातवीं 'वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ साइंस एंड मेडिसिन इन क्रिकेट' की मेजबानी होने जा रही है, जिसमें भारत ही नहीं बल्कि संबंधित कार्यक्षेत्र के ग्लोबल एक्सपर्ट्स भी संगोष्ठि में अपने विचार रखेंगे. 

मंगलवार को पीजीआई चंडीगढ़ स्थित ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मनदीप एस ढिल्लों ने चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि चंडीगढ़ के लिए साल 2011 के बाद यह दूसरा मौका है जब यह प्रतिष्ठित मेजबानी हासिल हुई है. इस तीन दिवसीय संगोष्ठि को आईसीसी और बीसीसीआई का समर्थन मिलने से स्थानीय क्रिकेट बोर्ड, यूटी क्रिकेट ऐसोसियेशन (यूटीसीए) और पंजाब क्रिकेट ऐसोसियेशन (पीसीए) के साथ पीजीआई चंडीगढ़ इस आयोजन में पार्टनर के रुप में शामिल होगा.

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उन्होंने कहा कि इस अनूठे आयोजन का सफर साल 2002-2003 में दक्षिण अफ्रिका में शुरू हुए आईसीसी विश्व कप के दौरान पहले संस्करण के साथ शुरू हुआ था, जिसके बाद यह वेस्ट इंडीज और फिर साल 2011 में भारत (चंडीगढ़) में शुरू हुआ. उन्होंने बताया कि यह आयोजन सिडनी और इंग्लैंड में भी आयोजित किया जा चुका है. इसके साथ ही कहा कि भारत के साथ हिस्सा लेने वाली फैकल्टी में ऑस्ट्रेलिया, यूके, साउथ अफ्रीका, वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड, जर्मनी, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, नेपाल व अन्य देशों के प्रतिनिधि भी जुटेंगें.

प्रोफेसर मनदीप ढ़िल्लों ने बताया कि इस आयोजन को आयोजित करने का उद्देश्य क्रिकेट की गहरी समझ को उजागर करना है, जिसमें बायोमैकेनिक, इंजरी प्रोफाईलिंग, इंजरी प्रीवेंशन, बॉलिंग और बैटिंग में सुधार, मेंटल हेल्थ फिटनेस के साथ महिला क्रिकेट के उत्थान समेत अन्य पहलुओं को संबोधित करना है. इस सम्मेलन का प्राथमिक उद्देश्य स्पोर्ट्स मेडिसिन, फिजियोथेरेपी और क्रिकेट साईंस के क्षेत्र के शीर्ष दिग्गजों के साथ विचारों को साझा करना है. 

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प्रोफेसर ढिल्लों ने बताया कि इस दौरान श्रीलंका के पूर्व टेस्ट क्रिकेटर मुथैया मुरलीधरन के साथ 1983 वर्ल्ड कप के विजेता टीम के कप्तान कपिल देव विशेष रूप से शिरकत करेंगे, जो कि अपने स्पोर्ट्स करियर में आए मेडिकल इश्यूज को प्रतिनिधियों के साथ साझा करेंगे. नेशनल क्रिकेट एकेडमी के वीवीएस लक्ष्मण एक दिवसीय वर्कशॉप का संचालन करेंगे, जिसमें देशभर से जुटे बीसीसीआई के फिजियोथेरेपिस्ट इंजरी प्रीवेंशन तकनीकों से अवगत होंगें. वर्कशॉप के दौरान वुमन्स क्रिकेट, हाईड्रेशन एंड न्यूट्रिशन सहित फुट एंड शोल्डर इंजरी आदि को भी कवर किया जाएगा. 

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