ब्रेन ट्यूमर दुर्बल करने वाली मस्तिष्क बीमारियों में से एक है जो मस्तिष्क के कार्य को बाधित कर सकती है. यदि सही समय पर ब्रेन ट्यूमर का इलाज ना करवाया जाए तो ये विकलांगता और यहां तक कि मृत्यु का कारण भी बन सकता है. ब्रेन ट्यूमर दो प्रकार के होते हैं- कैंसरयुक्त ट्यूमर और गैर-कैंसरयुक्त ट्यूमर. कैंसरयुक्त ट्यूमर को तत्काल उपचार की आवश्यकता होती है और यह गैर-कैंसरयुक्त ट्यूमर की तुलना में तेज़ी से बढ़ता है.
वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे 2024 का थीम 'मस्तिष्क स्वास्थ्य और रोकथाम' है. अपने मस्तिष्क के स्वास्थ्य का ख्याल रखना और संभावित जोखिम कारकों को खत्म करना बीमारी के जोखिम से बचने में बहुत योगदान दे सकता है.
'वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे' का इतिहास 24 साल पुराना है. इसे पहली बार वर्ष 2000 में 'जर्मन ब्रेन ट्यूमर एसोसिएशन' द्वारा मनाया गया था. तब से ही यह अंतर्राष्ट्रीय दिवस दुनिया भर में ब्रेन ट्यूमर के रोगियों को समर्पित है और इस मस्तिष्क रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए है.
'वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे' लोगों को इस घातक बीमारी के बारे में शिक्षित करने, बीमारी से संबंधित चुनौतियों का समाधान करने और तकनीकी रूप से उन्नत उपचार विकल्पों को खोजने का एक सही अवसर है.
ब्रेन ट्यूमर या तो मस्तिष्क में उत्पन्न हो सकता है या वे शरीर के अन्य भागों से मस्तिष्क में फैल सकते हैं जिसे मेटास्टेटिक ब्रेन ट्यूमर भी कहा जाता है. इसके लक्षणों की बात करें तो इसमें दौरे पड़ना, हाथ या पैर में कमजोरी आना, चलते समय असंतुलन, सुनने में कमी, व्यवहार में परिवर्तन, मेमोरी लॉस और सिरदर्द शामिल हो सकते हैं.
ब्रेन ट्यूमर का इलाज कई तरीकों से किया जा सकता है जिसमें सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी और कीमोथेरेपी शामिल हैं. सर्जरी द्वारा ट्यूमर को हटाना प्राथमिक उपचार है जबकि रेडिएशन थेरेपी और कीमोथेरेपी ट्यूमर को फैलने से रोकते हैं. इसके अलावा टारगेटेड थेरेपी और इम्यूनोथेरेपी भी उपयोग में लाई जा सकती हैं. सही इलाज का चुनाव ट्यूमर के प्रकार, स्थान और मरीज की स्थिति पर निर्भर करता है.
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