Trending Photos
नई दिल्ली : देश हो या विदेश, कोविड-19 महामारी ने बड़ों से लेकर बच्चों तक के जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. स्कूल जाने पर बच्चे शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद जैसी गतिविधियों में हिस्सा लेते थे, लेकिन महामारी आने के बाद वायरस से बचने के लिए लोगों का जीवन घरों तक सीमित रह गया. घरों में ऑनलाइन क्लासेज के लिए उन्हें मोबाइल तो थमा दिए गए, लेकिन पढ़ाई के बाद भी बच्चो में मोबाइल से चिपकने की आदत से उनकी आंखों पर बुरा असर पड़ा है.
कोरोना महामारी की वजह से लोग वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) काम कर रहे हैं. इस डिजिटल आई स्ट्रेन (Digital Eye Strain) से आंखों में दर्द, लालिमा आना, फोकस नहीं कर पाना, धुंधला दिखना, गर्दन आदि में दर्द आदि होता है.
मेडिकल लाइन में लगातार कंप्यूटर और मोबाइल स्क्रीन की वजह से आंखों में होने वाली परेशानी को डिजिटल आई स्ट्रेन के नाम से जाना जाता है. आइए आज आपको बताते हैं कि इस स्थिति से कैसे बच सकते हैं.
स्क्रीन और आंखों के बीच सही दूरी
कंप्यूटर या मोबाइल पर काम करते वक्त स्क्रीन और आंखों के बीच सही दूरी बनाकर रखें. यह दूरी काम से काम एक फुट हो. इसके अलावा आंखों से स्क्रीन की ऊंचाई नीची रहे तो बेहतर है.
WATCH LIVE TV
20 मिनट काम के बाद ब्रेक
अगर आप लंबे समय तक कंप्यूटर पर काम कर रह हो तो 20 मिनट काम करने के बाद 20 फीट दूर तक देखें और 20 सेकंड आराम करें. इसके अलावा बीच- बीच में आंखों को झपकाते रहें.
पर्याप्त रोशनी में करें काम
आप जिस जगह बैठ कर काम करते हैं, वहां पर्याप्त रोशनी होनी चाहिए. कमरे में कम रोशनी में काम करते समय कंप्यूटर या मोबाइल की लाइट आंखों पर बहुत बुरा असर डालती है. आप जहां भी काम कर रहे हैं, वहां ध्यान रखें कि पॉल्यूशन आदि न हो. ऐसा होने पर आंखों में जलन आदि की समस्या अधिक हो सकती है.
आई प्रोटेक्टर चश्मा पहनें
मोबाइल और लॉपटॉप पर अगर काम अधिक करते हैं तो आई प्रोटेक्टर चश्मे का प्रयोग करें. इसके इस्तेमाल से आंखों पर तनाव कम पड़ता है.
(नोट : लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)