हिमाचल की प्रदेश सरकार अध्यापकों को वोकेशनल ट्रेनिंग देने की शुरुआत की है. इस कार्यशाला में पूरे प्रदेश से टूरिज़्म एंड हॉस्पिटलटी विषय के वोकेशनल टीचर्स अलग-अलग बैच वाईज जिला से भाग ले रहे हैं.
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विपिन कुमार/धर्मशाला: हिमाचल की प्रदेश सरकार अध्यापकों को वोकेशनल ट्रेनिंग देने की शुरुआत की है. ऐसे में सरकार टीचर वोकेशनल ट्रेनिंग प्रदान कर रही है ताकि वो अपने स्कूलों में बच्चों को विभिन्न वोकेशनल कार्यों साथ ही उनसे होने वाले लाभ के बारे बच्चों को परामर्श दे सकें. इसी कड़ी में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान धर्मशाला डाईट में 5 दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें जिला मंडी और सोलन से होस्पिटेलिटी एंड टूरिज़्म के 61 वोकेशनल प्रशिक्षकों को सीखा रहे बच्चों में स्किल डेवलपमेंट करने के तौर तरीके बताए जा रहे हैं.
बता दें, कार्यशाला में पूरे प्रदेश से टूरिज़्म एंड हॉस्पिटलटी विषय के वोकेशनल टीचर्स अलग-अलग बैच वाईज जिला से भाग ले रहे हैं. इस वोकेशनल कार्यशाला में टीचर्स की शिक्षा संबंधी शंकाओं को दूर करने के अलावा पढ़ाई से संबंधित विभिन्न विषयों पर भी चर्चा की जा रही हैं. वहीं दूसरे चरण की कार्यशाला 25 जुलाई से 29 जुलाई तक आयोजित होगी, जिसमें बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर और उना जिले के 64 शिक्षक भाग लेंगे.
वहीं, 1 अगस्त से 5 अगस्त तक जिला कांगड़ा और सिरमौर के 60 शिक्षक इस कार्यशाला में भाग लेंगे. जबकि 8 से 12 अगस्त तक आयोजित होने वाली कार्यशाला में कुल्लू , किन्नौर, लाहुल स्पीति और शिमला जिला से 50 शिक्षक अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएंगे. कार्यशाला में उपस्थित गेस्ट लेक्चरर डॉक्टर आशीष नाग ने कहा कि कार्यशाला में बच्चों में स्किल डेवलपमेंट के बारे में विस्तार से चर्चा की गई है ताकि 12वीं कक्षा पास करने के बाद बच्चे अपना कार्य शुरू करने के साथ-साथ किसी अच्छे संस्थान में कार्य कर सकें.
जिला प्रोजेक्ट हेड डॉक्टर जोगिंदर सिंह ने बताया कि साल में एक बार वोकेशनल टीचर्स की राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित होती है और धर्मशाला में टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी पर ट्रेनिंग हो रही है. इस ट्रेनिंग में जिला मंडी और सोलन से होस्पिटेलिटी एन्ड टूरिज़्म के 61 वोकेशनल प्रशिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा रही.
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