सोलन सीट पर जीतेगा अनुभव या हार झेल चुका दामाद देगा इस बार ससुर को शिकस्त
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सोलन सीट पर जीतेगा अनुभव या हार झेल चुका दामाद देगा इस बार ससुर को शिकस्त

Solan Assembly: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 में सोलन सीट से बीजेपी से राजेश कश्यप और कांग्रेस से धनी राम शांडिल के बीच महा मुकाबला है. 

सोलन सीट पर जीतेगा अनुभव या हार झेल चुका दामाद देगा इस बार ससुर को शिकस्त

Himachal Shimla Vidhansabha Seat: महज 2 दिन का समय हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए रह गया है. 12 नवंबर को विधानसभा के चुनाव (Himachal Assembly Election 2022) होने हैं. 68 विधानसभा सीटों पर एक फेज में वोटिंग होगी. ऐसे में इन विधानसभा सीटों में कुछ ऐसी हॉट सीटें (Himachal Hot Assembly Seat) भी हैं, जिसपर हर पार्टी की निगाहें टिकी हुई है. ऐसे में हर दिन हम आपको कुछ खास सीटों के बारे में बता रहे, जो इसबार के इलेक्शन में अहम भूमिका निभाएंगी. 

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इन हॉट सीट में सोलन जिले की सोलन सदर सीट का नाम शामिल है. इस बार इस सीट से भाजपा के राजेश कश्यप और कांग्रेस से धनी राम शांडिल आमने-सामने हैं. सोलन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सीट नंबर 53 है. इस सीट पर साल 2017 में कांग्रेस से डॉ धनी राम शांडिल (Dhani Ram Sandilya) विधायक हैं. साल 2017 में सोलन सीट पर कुल 48.16 प्रतिशत वोट पड़े थे. इस सीट पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से धनी राम शांडिल ने भारतीय जनता पार्टी के राजेश कश्यप को 671 वोटों का मार्जिन से हराया था.

हिमाचल चुनाव में इस सीट पर सबसे रोचक मुकाबला होगा. क्योंकि इस सीट पर एक बार फिर से ससुर और दामाद के बीच चुनावी टक्कर होगी. कांग्रेस के विधायक कर्नल धनीराम शांडिल तीसरी बार यहां से चुनावी मैदान में उतरे हैं. 2017 में भी ससुर और दामाद आमने-सामने थे. जिसमें ससुर ने जमाई को पटकनी देते हुए 671 मतों से हराया था. इस सीट पर अधिकतर कब्जा कांग्रेस और भाजपा का ही रहा है. 

कौन हैं धनी राम शांडिल?
धनीराम शांडिल दो बार विधायक रह चुके हैं. साल 2012-17 की कांग्रेस सरकार में वह सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री रहे हैं. आर्मी से रिटायर होने के बाद वह राजनीति में आए. 1999 में  उन्होंने लोकसभा का चुनाव हिमाचल विकास कांग्रेस की ओर से लड़ा और जीता भी. इसके 2004 में भी फिर से वह लोकसभा चुनाव लड़े और जीत हासिल की. इसके बाद पहली  बार उन्होंने 2012 में विधानसभा का चुनाव लड़ा था और कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की थी. 

कौन हैं राजेश कश्यप?
भाजपा से उम्मीदवार राजेश कश्यप पेशे से डॉक्टर हैं. हालांकि, बीते चुनाव में उन्होंने नौकरी छोड़कर चुनाव को ही अपना सब कुछ मान लिया. इस बार उनका यह दूसरा विधानसभा चुनाव है. 

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